संस्कृत सूची|संस्कृत साहित्य|अष्टोत्तरशतनामावलिः|
विद्यालक्ष्मी अष्टोत्तरशतनामावलिः

विद्यालक्ष्मी अष्टोत्तरशतनामावलिः

अष्टोत्तरशतनामावलिः म्हणजे देवी देवतांची एकशे आठ नावे, जी जप करताना म्हणावयाची असतात. नावे घेताना १०८ मण्यांची जपमाळ वापरतात.
Ashtottara shatanamavali means 108 names of almighty God and Godess

श्री विद्यालक्ष्मी नामावलिः

ऐं ॐ विद्यालक्ष्म्यै नमः ॥

वाग्देव्यै नमः ॥

परदेव्यै नमः ॥

निरवद्यायै नमः ॥

पुस्तकहस्तायै नमः ॥

ज्ञानमुद्रायै नमः ॥

श्रीविद्यायै नमः ॥

विद्यारूपायै नमः ॥

शास्त्रनिरूपिण्यै नमः ॥

त्रिकालज्ञानायै नमः ॥

सरस्वत्यै नमः ॥

महाविद्यायै नमः ॥

वाणिश्रियै नमः ॥

यशस्विन्यै नमः ॥

विजयायै नमः ॥

अक्षरायै नमः ॥

वर्णायै नमः ॥

पराविद्यायै नमः ॥

कवितायै नमः ॥

नित्यबुद्धायै नमः ॥

निर्विकल्पायै नमः ॥

निगमातीतायै नमः ॥

निर्गुणरूपायै नमः ॥

निष्कलरूपायै नमः ॥

निर्मलायै नमः ॥

निर्मलरूपायै नमः ॥

निराकारायै नमः ॥

निर्विकारायै नमः ॥

नित्यशुद्धायै नमः ॥

बुद्ध्यै नमः ॥

मुक्त्यै नमः ॥

नित्यायै नमः ॥

निरहङ्कारायै नमः ॥

निरातङ्कायै नमः ॥

निष्कलङ्कायै नमः ॥

निष्कारिण्यै नमः ॥

निखिलकारणायै नमः ॥

निरीश्वरायै नमः ॥

नित्यज्ञानायै नमः ॥

निखिलाण्डेश्वर्यै नमः ॥

निखिलवेद्यायै नमः ॥

गुणदेव्यै नमः ॥

सुगुणदेव्यै नमः ॥

सर्वसाक्षिण्यै नमः ॥

सच्चिदानन्दायै नमः ॥

सज्जनपूजितायै नमः ॥

सकलदेव्यै नमः ॥

मोहिन्यै नमः ॥

मोहवर्जितायै नमः ॥

मोहनाशिन्यै नमः ॥

शोकायै नमः ॥

शोकनाशिन्यै नमः ॥

कालायै नमः ॥

कालातीतायै नमः ॥

कालप्रतीतायै नमः ॥

अखिलायै नमः ॥

अखिलनिदानायै नमः ॥

अजरामरायै नमः ॥

अजहितकारिण्यै नमः ॥

त्रिग़ुणायै नमः ॥

त्रिमूर्त्यै नमः ॥

भेदविहीनायै नमः ॥

भेदकारणायै नमः ॥

शब्दायै नमः ॥

शब्दभण्डारायै नमः ॥

शब्दकारिण्यै नमः ॥

स्पर्शायै नमः ॥

स्पर्शविहीनायै नमः ॥

रूपायै नमः ॥

रूपविहीनायै नमः ॥

रूपकारणायै नमः ॥

रसगन्धिन्यै नमः ॥

रसविहीनायै नमः ॥

सर्वव्यापिन्यै नमः ॥

मायारूपिण्यै नमः ॥

प्रणवलक्ष्म्यै नमः ॥

मात्रे नमः ॥

मातृस्वरूपिण्यै नमः ॥

ह्रीङ्कार्यै नमः ॥

शब्दशरीरायै नमः ॥

भाषायै नमः ॥

भाषारूपायै नमः ॥

गायत्र्यै नमः ॥

विश्वायै नमः ॥

विश्वरूपायै नमः ॥

तैजसे नमः ॥

प्राज्ञायै नमः ॥

सर्वशक्त्यै नमः ॥

विद्याविद्यायै नमः ॥

विदुषायै नमः ॥

मुनिगणार्चितायै नमः ॥

ध्यानायै नमः ॥

हंसवाहिन्यै नमः ॥

हसितवदनायै नमः ॥

मन्दस्मितायै नमः ॥

अम्बुजवासिन्यै नमः ॥

मयूरायै नमः ॥

पद्महस्तायै नमः ॥

गुरुजनवन्दितायै नमः ॥

सुहासिन्यै नमः ॥

मङ्गलायै नमः ॥

वीणापुस्तकधारिण्यै नमः ॥

N/A

References : N/A
Last Updated : October 15, 2010

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP