श्री विजयलक्ष्मी नामावलिः
ॐ क्लीं ॐ विजयलक्ष्म्यै नमः ॥
अम्बिकायै नमः ॥
अम्बालिकायै नमः ॥
अम्बुधिशयनायै नमः ॥
अम्बुधये नमः ॥
अन्तकघ्न्यै नमः ॥
अन्तकर्त्र्यै नमः ॥
अन्तिमायै नमः ॥
अन्तकरूपिण्यै नमः ॥
ईड्यायै नमः ॥
इभास्यनुतायै नमः ॥
ईशानप्रियायै नमः ॥
ऊत्यै नमः ॥
उद्यद्भानुकोटिप्रभायै नमः ॥
उदाराङ्गायै नमः ॥
केलिपरायै नमः ॥
कलहायै नमः ॥
कान्तलोचनायै नमः ॥
काञ्च्यै नमः ॥
कनकधारायै नमः ॥
कल्यै नमः ॥
कनककुण्डलायै नमः ॥
खड्गहस्तायै नमः ॥
खट्वाङ्गवरधारिण्यै नमः ॥
खेटहस्तायै नमः ॥
गन्धप्रियायै नमः ॥
गोपसख्यै नमः ॥
गारुड्यै नमः ॥
गत्यै नमः ॥
गोहितायै नमः ॥
गोप्यायै नमः ॥
चिदात्मिकायै नमः ॥
चतुर्वर्गफलप्रदायै नमः ॥
चतुराकृत्यै नमः ॥
चकोराक्ष्यै नमः ॥
चारुहासायै नमः ॥
गोवर्धनधरायै नमः ॥
गुर्व्यै नमः ॥
गोकुलाभयदायिन्यै नमः ॥
तपोयुक्तायै नमः ॥
तपस्विकुलवन्दितायै नमः ॥
तापहारिण्यै नमः ॥
तार्क्षमात्रे नमः ॥
जयायै नमः ॥
जप्यायै नमः ॥
जरायवे नमः ॥
जवनायै नमः ॥
जनन्यै नमः ॥
जाम्बूनदविभूषायै नमः ॥
दयानिध्यै नमः ॥
ज्वालायै नमः ॥
जम्भवधोद्यतायै नमः ॥
दुःखहंत्र्यै नमः ॥
दान्तायै नमः ॥
द्रुतेष्टदायै नमः ॥
दात्र्यै नमः ॥
दीनर्तिशमनायै नमः ॥
नीलायै नमः ॥
नागेन्द्रपूजितायै नमः ॥
नारसिम्ह्यै नमः ॥
नन्दिनन्दायै नमः ॥
नन्द्यावर्तप्रियायै नमः ॥
निधये नमः ॥
परमानन्दायै नमः ॥
पद्महस्तायै नमः ॥
पिकस्वरायै नमः ॥
पुरुषार्थप्रदायै नमः ॥
प्रौढायै नमः ॥
प्राप्त्यै नमः ॥
बलिसम्स्तुतायै नमः ॥
बालेन्दुशेखरायै नमः ॥
बन्द्यै नमः ॥
बालग्रहविनाशन्यै नमः ॥
ब्राह्म्यै नमः ॥
बृहत्तमायै नमः ॥
बाणायै नमः ॥
ब्राह्मण्यै नमः ॥
मधुस्रवायै नमः ॥
मत्यै नमः ॥
मेधायै नमः ॥
मनीषायै नमः ॥
मृत्युमारिकायै नमः ॥
मृगत्वचे नमः ॥
योगिजनप्रियायै नमः ॥
योगाङ्गध्यानशीलायै नमः ॥
यज्ञभुवे नमः ॥
यज्ञवर्धिन्यै नमः ॥
राकायै नमः ॥
राकेन्दुवदनायै नमः ॥
रम्यायै नमः ॥
रणितनूपुरायै नमः ॥
रक्षोघ्न्यै नमः ॥
रतिदात्र्यै नमः ॥
लतायै नमः ॥
लीलायै नमः ॥
लीलानरवपुषे नमः ॥
लोलायै नमः ॥
वरेण्यायै नमः ॥
वसुधायै नमः ॥
वीरायै नमः ॥
वरिष्ठायै नमः ॥
शातकुम्भमय्यै नमः ॥
शक्त्यै नमः ॥
श्यामायै नमः ॥
शीलवत्यै नमः ॥
शिवायै नमः ॥
होरायै नमः ॥
हयगायै नमः ॥