ॐ श्री गजलक्ष्मी नामावलिः
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गजलक्ष्म्यै नमः ॥
अनन्तशक्त्यै नमः ॥
अज्ञेयायै नमः ॥
अणुरूपायै नमः ॥
अरुणाकृत्यै नमः ॥
अवाच्यायै नमः ॥
अनन्तरूपायै नमः ॥
अम्बुदायै नमः ॥
अम्बरसंस्थाङ्कायै नमः ॥
अशेषस्वरभूषितायै नमः ॥
इच्छायै नमः ॥
इन्दीवरप्रभायै नमः ॥
उमायै नमः ॥
ऊर्वश्यै नमः ॥
उदयप्रदायै नमः ॥
कुशावर्तायै नमः ॥
कामधेनवे नमः ॥
कपिलायै नमः ॥
कुलोद्भवायै नमः ॥
कुङ्कुमाङ्कितदेहायै नमः ॥
कुमार्यै नमः ॥
कुङ्कुमारुणायै नमः ॥
काशपुष्पप्रतीकाशायै नमः ॥
खलापहायै नमः ॥
खगमात्रे नमः ॥
खगाकृत्यै नमः ॥
गान्धर्वगीतकीर्त्यै नमः ॥
गेयविद्याविशारदायै नमः ॥
गम्भीरनाभ्यै नमः ॥
गरिमायै नमः ॥
चामर्यै नमः ॥
चतुराननायै नमः ॥
चतुःषष्टिश्रीतन्त्रपूजनीयायै नमः ॥
चित्सुखायै नमः ॥
चिन्त्यायै नमः ॥
गम्भीरायै नमः ॥
गेयायै नमः ॥
गन्धर्वसेवितायै नमः ॥
जरामृत्युविनाशिन्यै नमः ॥
जैत्र्यै नमः ॥
जीमूतसंकाशायै नमः ॥
जीवनायै नमः ॥
जीवनप्रदायै नमः ॥
जितश्वासायै नमः ॥
जितारातये नमः ॥
जनित्र्यै नमः ॥
तृप्त्यै नमः ॥
त्रपायै नमः ॥
तृषायै नमः ॥
दक्षपूजितायै नमः ॥
दीर्घकेश्यै नमः ॥
दयालवे नमः ॥
दनुजापहायै नमः ॥
दारिद्र्यनाशिन्यै नमः ॥
द्रवायै नमः ॥
नीतिनिष्ठायै नमः ॥
नाकगतिप्रदायै नमः ॥
नागरूपायै नमः ॥
नागवल्ल्यै नमः ॥
प्रतिष्ठायै नमः ॥
पीताम्बरायै नमः ॥
परायै नमः ॥
पुण्यप्रज्ञायै नमः ॥
पयोष्ण्यै नमः ॥
पम्पायै नमः ॥
पद्मपयस्विन्यै नमः ॥
पीवरायै नमः ॥
भीमायै नमः ॥
भवभयापहायै नमः ॥
भीष्मायै नमः ॥
भ्राजन्मणिग्रीवायै नमः ॥
भ्रातृपूज्यायै नमः ॥
भार्गव्यै नमः ॥
भ्राजिष्णवे नमः ॥
भानुकोटिसमप्रभायै नमः ॥
मातङ्ग्यै नमः ॥
मानदायै नमः ॥
मात्रे नमः ॥
मातृमण्डलवासिन्यै नमः ॥
मायायै नमः ॥
मायापुर्यै नमः ॥
यशस्विन्यै नमः ॥
योगगम्यायै नमः ॥
योग्यायै नमः ॥
रत्नकेयूरवलयायै नमः ॥
रतिरागविवर्धिन्यै नमः ॥
रोलम्बपूर्णमालायै नमः ॥
रमणीयायै नमः ॥
रमापत्यै नमः ॥
लेख्यायै नमः ॥
लावण्यभुवे नमः ॥
लिप्यै नमः ॥
लक्ष्मणायै नमः ॥
वेदमात्रे नमः ॥
वह्निस्वरूपधृषे नमः ॥
वागुरायै नमः ॥
वधुरूपायै नमः ॥
वालिहंत्र्यै नमः ॥
वराप्सरस्यै नमः ॥
शाम्बर्यै नमः ॥
शमन्यै नमः ॥
शांत्यै नमः ॥
सुन्दर्यै नमः ॥
सीतायै नमः ॥
सुभद्रायै नमः ॥
क्षेमङ्कर्यै नमः ॥
क्षित्यै नमः ॥