गणपतीची आरती - जय जय गणपती। ओवाळीत आरती।...
Ganapati Arati - Prayer to Lord Ganesha गणपतीची आरती - जय जय गणपती।
जय जय गणपती। ओवाळीत आरती।
साजि-या सरळ भुजा। परश कमळ शोभती॥धृ.॥
अवतार नाम भेद। गणा आदी अगाध॥
जयासी पार नाही। पुढे खुंटला वाद॥
एकचि दंत शोभे। मुख विक्राळ दोंद॥
ब्रह्मांडा माजि दावी।ऐसे अनंत छंद॥ जय.॥१॥
हे महा ठेंगणी हो। तुज नृत्यनायका॥
भोंवरी फ़ेरे देता। असुरा मर्दीले एका॥
घातले तोडर हो। भक्त जनपाळका॥जय॥२॥
सुंदर शोभला हो। रुपे लोपली तेजें।
उपमा काय देऊं। नसे आणिक दुजे॥
रवि शशि तारांगणे। जयामाजी सहजे॥
उधरी सामावली। जया ब्रह्मांडबीजे॥जय.॥३॥
वर्णिता शेष लीला। मूखे भागली त्याची॥
पांगुळले वेद कैसे। चारी राहिले मुके॥
अवतार जन्मला हो। लिंग नामिया मुखे॥
अमूर्त मूर्तिमंत। होय भक्तीच्या सूखे॥ जय॥४॥
ऐसाचि भाव देई। तया नाचतां पुढे॥
धूप दीप पंचारती। ओवाळीन निवाडे॥
राखें तूं शरणांगता।तुका खेळतां लाडे॥ जय॥५॥
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Last Updated : August 30, 2012
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