मराठी मुख्य सूची|मराठी साहित्य|गाणी व कविता|मोरोपंत|आर्याभारत|विराटपर्व| विराटपर्व विराटपर्व अध्याय पहिला अध्याय दुसरा अध्याय तिसरा अध्याय चवथा अध्याय पांचवा अध्याय सहावा अध्याय सातवा मोरोपंतकृत - विराटपर्व मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात. Tags : kavimarathimoropantpoetकवीमराठीमोरोपंत विराटपर्व - अध्याय पहिला मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात. Tags: मोरोपंत, moropant, kavi, कवी, मराठी, marathi, poet, आर्याभारत, aryabharat Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A विराटपर्व - अध्याय दुसरा मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात. Tags: मोरोपंत, moropant, kavi, कवी, मराठी, marathi, poet, आर्याभारत, aryabharat Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A विराटपर्व - अध्याय तिसरा मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात. Tags: मोरोपंत, moropant, kavi, कवी, मराठी, marathi, poet, आर्याभारत, aryabharat Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A विराटपर्व - अध्याय चवथा मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात. Tags: मोरोपंत, moropant, kavi, कवी, मराठी, marathi, poet, आर्याभारत, aryabharat Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A विराटपर्व - अध्याय पांचवा मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात. Tags: मोरोपंत, moropant, kavi, कवी, मराठी, marathi, poet, आर्याभारत, aryabharat Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A विराटपर्व - अध्याय सहावा मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात. Tags: मोरोपंत, moropant, kavi, कवी, मराठी, marathi, poet, आर्याभारत, aryabharat Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A विराटपर्व - अध्याय सातवा मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात. Tags: मोरोपंत, moropant, kavi, कवी, मराठी, marathi, poet, आर्याभारत, aryabharat Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : December 15, 2016 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP