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प्रतर्दनः
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প্রতর্দন
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ପ୍ରତର୍ଦନ
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પ્રતર્દન
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प्रतर्दन
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প্রতর্দন ঋষি
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विष्णोर्नाम गीता - भजन ७
आरंभी सूत्रें अनष्टुप श्लोकाचें चरणरूप असून स्तुतिपर आहेत.
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श्रीविष्णुपुराण - चतुर्थ अंश - अध्याय ८
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Puranas.
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श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय १९
अन्य पुराणोंकी तरह श्रीनरसिंहपुराण भी भगवान् श्रीवेदव्यासरचित ही माना जाता है ।
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अहिर्बुध्नसंहिता - अध्यायः १७
संहिता हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड होत.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २१३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः ११
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ९२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय १९
अन्य पुराणोंकी तरह श्रीनरसिंहपुराण भी भगवान् श्रीवेदव्यासरचित ही माना जाता है ।
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सौरपुराणं - अध्यायः ३९
सौरपुराणं व्यासकृतम् ।
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हरिवंश पर्व - एकोनत्रिंशोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
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सूर्य अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्र
सूर्य स्त्रोत (Surya Stotra) एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान सूर्य ( सूर्य देव ) को समर्पित है।
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श्री विष्णु सहस्त्रनामस्तोत्रम्
हिंदू देवदेवतांची सहस्त्र नावे, स्तोत्र रूपात गुंफलेली आहेत. Sahastranaamastotra is a perticular stotra in which, the 1000 names of hindu Gods are introdused.
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वराहपुराणम् - अध्यायः ११
'वराह पुराण' हे एक वैष्णव पुराण आहे. या पुराणातील श्लोकांत भगवानांच्या वराह अवतारातील धर्मोपदेश कथांच्या रूपात प्रस्तुत केलेला आहे.
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ७४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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सौरपुराणं - अध्यायः ३८
सौरपुराणं व्यासकृतम् ।
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २४४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५३२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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भर्गाख्यः पञ्चमांशः - चत्वारिंशोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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श्री विष्णुसहस्रनामस्तोत्रम् - उपक्रमश्लोकाः शुक्लांबरधर...
हिंदू देवदेवतांची सहस्त्र नावे, स्तोत्र रूपात गुंफलेली आहेत. Sahastranaamastotra is a perticular stotra in which, the 1000 names of hindu Gods are introdused.
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ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः १३
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
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सृष्टिखण्डः - अध्यायः १९
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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कौषीतकिब्राह्मणोपनिषत्
आपल्या प्राचीन वाङ्मयामध्ये उपनिषदांना फार महत्त्वाचे, म्हणजे प्रस्थानत्रयी मधील एक, असे स्थान आहे. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas. Being the conclusive part of Vedas, Upanishad can be called the whole substance of Vedic wisdom.
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