Dictionaries | References त त्वष्ट्ट Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 त्वष्ट्ट प्राचीन चरित्रकोश | Hindi Hindi | | त्वष्ट्ट n. देवताओं का शिल्पी [अ.वे.१२.३.३३] । इसका पुत्र विश्वरुप । इंद्र ने उसका वध किया । तब सब कार्य इन्द्रविरहित करने का इसने निश्चय किया । फिर भी इसके सोमयाग में, इंद्र खुद आ कर सोम पी गया । परंतु उस सोम का इंद्र को वमन करना पडा । बचे सोम का इसने हवन किया । उस हवन से एक इंद्रशत्रु देवता निर्माण हुई । उसे वृत्र कहते हैं [श. ब्रा.१.६.३.१] । गर्भवृद्धि के लिये इसकी प्रार्थना की जाती है [बृ.उ.६.४.२१] ;[ऋ १०.१८४.१] । असुर-पुरोहित वरुत्रिन् के साथ इसका उल्लेख प्राप्त है [मै.सं. ४.८.१] ;[क.सं.३०.१] । शुक्र तथा गो का यह पुत्र था । इसकी पत्नी का नाम वैरोचिनी यशोधरा [ब्रह्मांड. ३.१.८७] । विश्वकर्मा तथा प्रजापतियों में यह एक था । विश्वकर्म तथा प्रजापति के अधिकार इसे थे । इसलिये इसे ये नाम मिले । हस्तकौशल्य से जो भी किया जा सकता है, वह करने का इसे अधिकार था । इस अधिकार के अनुसार, हर चीज इसीके द्वारा बनवाई जाती थी । इस प्रकार संपूर्ण प्रजा इसीके द्वारा बनवाई जाती थी । इसलिये इसे प्रजापति कहते हैं । इन्हें ‘विश्वकर्मन्’ भी कहा है [भ.६.९.५४] । इसे कुल तीन अपत्य थे । उनके नाम त्रिशिरस् विश्वरुप तथा विश्वकर्मन थे [ब्रह्मांड.३.१.८६] । इसे संन्निवेश नामक और एक पुत्र भी था [भा.६.६.४४] । यह शिल्पशास्त्रज्ञ था । सुंदोपसुंद के वध के लिये इसने तिलोत्तमा नामक अप्सरा निर्माण की [म.आ.२०३.११-१७] । त्रिपुरवध के लिये, आकाश, तारे आदि वस्तुओंसे, इसने शंकर के लिये, एक रथ निर्माण किया [म.आ.२३१.१२] । इसने दधीचि ऋषि की हड्डिओं से एक वज्र निर्माण कर, वह वृत्रवध के लिये इंद्र को दिया था [पद्म. सृ.१९] ;[भा.६.९.५४] । वज्रनिर्माण का निर्देश अन्यत्र भी है [म.वं.१००.२४] । इंद्र ने इसका पुत्र त्रिश्रस् का वध किया, तब इसने इंद्र नाश के लिये वृत्र निर्माण किया [भा.६.९.१८,५४] ;[म.उ.९.४३] ; विश्वरुप देखिये ।त्वष्ट्ट II. n. महाभारतकालीन स्थापत्यविशारद । युधिष्ठिर के अर्धराज्यभिषेक के समय, इंद्र ने इसे भेज कर, इंद्रप्रस्थ नगरी तयार करने को कहा । तदनुसार इसने उस नगरी की निर्मिति [म.आ.१९९.१९८७] की । खांडववन के दाह के समय, इंद्र की मदद करने यह उपस्थित था ।त्वष्ट्ट III. n. कश्यप तथा अदिति का पुत्र । एक आदित्य [भा. ६.६.३९] । यह प्रत्येक इष (आश्विन) माह में प्रकाशित होता है [भा.१२.११.४३] ।त्वष्ट्ट IV. n. प्रभास वसु तथा अंगिरसूकन्या ब्रह्मवादिनी का पुत्र [भवि. ब्राह्म.२.७९.१६-१७] । यह प्रत्येक फाल्गुन माह में प्रकाशित होता है । इसकी ११०० किरणें हैं [भवि. ब्राह्म.७८] ।त्वष्ट्ट V. n. (स्व.प्रिय.) भागवत मतानुसार राजा भौवन तथा दूषणा का पुत्र । विष्णु मतानुसार मनस्यु का पुत्र । इसे विरोचना नामक स्त्री थी, जिससे इसे विरज नामक पुत्र उत्पन्न हुआ [भा.५.१५.१५] ।त्वष्ट्ट VI. n. ग्यारह रुद्रों में से एक ।त्वष्ट्ट VII. n. तारासुर तथा देवताओं के संग्राम में तारासुर की ओर का एक दानव [मत्स्य.१७२] । Related Words त्वष्ट्ट त्वाष्ट्री यशोधरा विरोचना विश्र्वरूप त्वाष्ट्र शंडामर्क मय विश्वकर्मन् विश्वेदेव रक्षस् आदित्य उशनस् विवस्वत् रुद्र-शिव હિલાલ્ શુક્લ પક્ષની શરુના ત્રણ-ચાર દિવસનો મુખ્યત ନବୀକରଣଯୋଗ୍ୟ ନୂଆ ବା વાહિની લોકોનો એ સમૂહ જેની પાસે પ્રભાવી કાર્યો કરવાની શક્તિ કે સર્જરી એ શાસ્ત્ર જેમાં શરીરના ન્યાસલેખ તે પાત્ર કે કાગળ જેમાં કોઇ વસ્તુને બખૂબી સારી રીતે:"તેણે પોતાની જવાબદારી ਆੜਤੀ ਅਪੂਰਨ ਨੂੰ ਪੂਰਨ ਕਰਨ ਵਾਲਾ బొప్పాయిచెట్టు. అది ఒక लोरसोर जायै जाय फेंजानाय नङा एबा जाय गंग्लायथाव नङा:"सिकन्दरनि खाथियाव पोरसा गोरा जायो आनाव सोरनिबा बिजिरनायाव बिनि बिमानि फिसाजो एबा मादै भाजप भाजपाची मजुरी:"पसरकार रोटयांची भाजणी म्हूण धा रुपया मागता नागरिकता कुनै स्थान ३।। कोटी ঁ ۔۔۔۔۔۔۔۔ ۔گوڑ سنکرمن ॐ 0 ० 00 ૦૦ ୦୦ 000 ০০০ ૦૦૦ ୦୦୦ 00000 ০০০০০ 0000000 00000000000 00000000000000000 000 பில்லியன் 000 மனித ஆண்டுகள் 1 १ ১ ੧ ૧ ୧ 1/16 ರೂಪಾಯಿ 1/20 1/3 ૧।। 10 १० ১০ ੧੦ ૧૦ ୧୦ ൧൦ 100 ۱٠٠ १०० ১০০ ੧੦੦ ૧૦૦ ୧୦୦ 1000 १००० ১০০০ ੧੦੦੦ ૧૦૦૦ ୧୦୦୦ 10000 १०००० ১০০০০ ੧੦੦੦੦ ૧૦૦૦૦ ୧୦୦୦୦ 100000 ۱٠٠٠٠٠ १००००० ১০০০০০ ੧੦੦੦੦੦ ૧૦૦૦૦૦ 1000000 १०००००० ১০০০০০০ ੧੦੦੦੦੦੦ ૧૦૦૦૦૦૦ ୧୦୦୦୦୦୦ 10000000 १००००००० ১০০০০০০০ ੧੦੦੦੦੦੦੦ Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP