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मृत्यु

   { mṛtyuḥ, mṛtyu }
Script: Devanagari
See also:  मृत्य

मृत्यु     

Puranic Encyclopaedia  | English  English
MṚTYU   The goddess of Death. Agni Purāṇa gives details about the birth of Death. Hiṁsā was the wife of Adharma. They got a son named Anṛta and a daughter named Nikṛti. From them were born Bhaya, Naraka, Māyā and Vedanā. Of these Māyā gave birth to Mṛtyu, the destroyer of matter. Mṛtyu has been described both as a god and goddess in [Mahābhārata] . The statements regarding Mṛtyu as a deva are as follows:--
(i) Three sons were born to Nikṛti, wife of Adharma. One of them was Mṛtyu. Mṛtyudeva has neither wife nor children because he is the destroyer of all. [Śloka 54, Chapter 66, Ādi Parva] .
(ii) Once the son of an old Gautamī was bitten by a snake. A hunter seeing it rushed to kill the serpent but Gautamī objected to it. She advised him that it was a sin to injure any living being. The serpent then said, “It is not my fault that I bit the boy. I was persuaded by the god of death to do so.” The god of death Mṛtyudeva also appeared there then. He confirmed the snake's statement and added that God had programmed all events beforehand and the boy's death was not due to any mistake on anybody's part. [Śloka 50, Chapter 1, Anuśāsana Parva]
(iii) Once Mṛtyu followed the King Sudarśana, but Mṛtyudeva had to withdraw after accepting defeat because the King had been living a virtuous life of high standard. (See under Sudarśana). The statements regarding Mṛtyu as a goddess are the following:
(1) This devatā was born from the body of Brahmā in the shape of a woman. [Śloka 17, Chapter 53, Droṇa Parva] .
(2) Brahmā gave the work of destruction to Mṛtyu. When she got that work she wept aloud. [Śloka 21. Chapter 257, Śānti Parva] .
(3) The goddess of Mṛtyu once did severe penance. [Śloka 17, Chapter 54, Droṇa Parva] .
(4) Brahmā assured the goddess of death that any destruction by her would not be deemed as a sin. [Śloka 44, Chapter 54, Droṇa Parva] .
(5) The terrible strength of Mṛtyudevatā is described in Chapter 819, Śānti Parva, Mahābhārata.

मृत्यु     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
noun  शरीर से प्राण निकल जाने के बाद की अवस्था   Ex. जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है ।
HYPONYMY:
अकाल मृत्यु सद्गति समाधि इच्छा मृत्यु महानिर्वाण जलसमाधि योगनिद्रा
ONTOLOGY:
भौतिक अवस्था (physical State)अवस्था (State)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
निधन मरण मौत काल स्वर्गवास देहांत देहान्त शरीरांत शरीरान्त प्राणांत प्राणान्त अंत अन्त इंतकाल इन्तकाल इंतक़ाल इन्तक़ाल इंतिक़ाल इन्तिक़ाल इंतिकाल इन्तिकाल ख़ात्मा खात्मा खातमा ख़ातमा महायात्रा अंतिमयात्रा अन्तिमयात्रा अंतिमसफर अन्तिमसफर महाप्रस्थान निपात अनुगति फ़ना फना वफ़ात वफात मोक्ष दीर्घनिद्रा देहावसान परलोक गमन महापथगमन महानिद्रा चिरनिद्रा अवसान शिवसायुज्य कालधर्म काल-धर्म देहावसा पंचता फौत अश्मंत अश्मन्त अत्यय दिष्टांत दिष्टान्त कजा क़ज़ा कज़ा
Wordnet:
asmমৃত্যু
bdथैनाय
benমৃত্যু
gujમૃત્યું
kanಸಾವು
kasمَرُن , موت
kokमरण
malജീവനാശം
marमृत्यू
mniꯁꯤꯕ
nepमृत्यु
oriମୃତ୍ୟୁ
panਮੋਤ
sanमृत्युः
tamமரணம்
telచావు
urdموت , اجل , وفات , قضا , فنا , فوت , انتقال , خاتمہ

मृत्यु     

मृत्यु n.  एक स्त्रीदेवता, जो ब्रह्मा के द्वारा जगत्संहार के लिए उत्पन्न की गयी थी । ऋग्वेद एवं महाभारतादि ग्रंथों में निर्दिष्ट यमदेवता से इसका काफी साम्य है । ऋग्वेद में कई स्थानों पर इसे यम से समीकृत किया गया है [ऋ.१.१६५] । अथर्ववेद में मृत्यु की यम का दूत कहा गया है [ऋ.१.१६५] । अथर्ववेद में मृत्यु को यम का दूत कहा गया है [अ.वे.५.३०] । उसी ग्रंथ में अन्यत्र मृत्यु को मनुष्यों का, एवं यम को पितरों का अधिपति कहा गया है [अ.वे.५.२४] । यम के भॉंति, इसे भी समस्त प्राणियों का नाशक माना गया है (यम देखिये) ।
मृत्यु n.  इसके उत्पत्ति के पश्चात् ब्रह्मा ने इसे जगत्क्षय करने के लिए कहा । ब्रह्मा के इस आज्ञा को सुन कर, यह रोदन करने लगी, एवं इसने उसकी प्रार्थना की, ‘मृत्यु से प्राणिमात्र को अत्यंत दुःख ओता है । अतः यह कार्य मैं करना नही चाहती हूँ’ । उस पर ब्रह्मा ने इसे कहा, ‘जगतसंहार का प्रत्यक्ष काम रोग करेंगे । उस संहार का तुम्हे केवल निमित्त बनना है । उत्पत्ति की तरह मृत्यु भी हर एक प्राणिमात्र के लिए आवश्यक है, एवं वही कार्य तुम्हे करना है’ [म.द्रो.परि.१.क्र.८. पंक्ति६७-२१५] ;[शां. २४९-२५०]
मृत्यु n.  महाभारत के ‘सनत्सुजातीय’ भारतीय नामक आख्यान में, मृत्यु के संबंध में तात्त्विक विवेचन प्राप्त है । उस आख्यान में धृतराष्ट्र सनत्सुजात नामक ऋषि से प्रश्न करता है, ‘देव एवं असुर ब्रह्मचर्य से मृत्यु पर विजय पा सकते है, इस प्रकार तुम्हारा कहना है । फिर भी मृत्यु समस्त प्राणिजातियों के लिए अटल दिखाई देता है । इस मृत्यु पर विजय पानी हो, तो क्या करणा चाहिये’? इस प्रश्न पर सनत्सुजात जवाब देते हैः--- ‘धीरास्तु धैर्येण तरन्ति मृत्युम् । (धैर्यशील लोग अपने धैर्य से मृत्यु पर विजय पाते है) [म.उ.४२.१२] । मृत्यु से बचने एवं दीर्घायु प्राप्त करने के लिए, अथर्व-वेद में अनेक प्रकार के अभिचार दिये गये है [अ.वे.६२] । महाभारत में, मृत्यु एवं इक्ष्वाकु के बीच हुआ संवाद प्राप्त है [म.शां.१९२] । उसी ग्रंथ में अन्यत्र इसे कर्माधीन एवं परतंत्र कहा गया है [म.अनु.१.७४]
मृत्यु II. n.  समस्त प्राणियोंका नाश करनेवाला एक पुरुषदेवता, जो अधर्म एवं निऋति के तीन पुत्रों में से एक था । यह समस्त लोगों का अंतक है, इसी कारण इसे कोई पत्नी, या पुत्र न थे [म.आ.६०.५३, ५४९] । अर्जुनक नामक व्याध एवं सर्प से इसका संवाद हुआ था [म.अनु.१.५०-६७] । इसने नचिकेतस् को ब्रह्मविद्या सिखायी थी [क.उ.१६,६.१८]
मृत्यु III. n.  एक आचार्य, जो प्रजापति नामक आचार्य का शिष्य था । इसके शिष्य का नाम वायु था [वं.ब्रा.२]
मृत्यु IV. n.  कलि एवं दुरुक्ति की कन्याओं में से एक ।
मृत्यु V. n.  एक व्यास (व्यास देखिये) ।
मृत्यु VI. n.  वेन नामक सुविख्यात राजा का मातामह, जिसकी मानसकन्या का नाम सुनीथा था (वेन.२ देखिये) ।

मृत्यु     

A dictionary, Marathi and English | Marathi  English
Death. 2 Yama or Pluto, the Judge of the dead. मृत्यु पावणें To die.

मृत्यु     

Aryabhushan School Dictionary | Marathi  English
 m  Death. Yama or Pluto.
मृत्यु पावणें   Die.

मृत्यु     

पु ( काव्य )
मरण ; अंत . शोकार्णवीं नाना पडून , नित्य रडरडून पावले मृत्य । - ऐपो ४१९ .
यम ; अंतक . [ सं . मृत्यु ; मृ = मरणें ] ( वाप्र . )
०पावणें   मरणें . मृत्यूचा फांसा पडणें मरणोन्मुख फांसे । - मोआदि ४ . ८२ . सामाशब्द -
०कळा  स्त्री. मरणाच्या वेळीं तोंडावर दिसणारी कळा ; मरणकळा ; प्रेतकळा ; मरणाच्या वेळचा तोंडावरील फिक्कटपणा ; निस्तेजपणा .
०गंडांत  न. जीवावरचें संकट ; मृत्युप्राय संकट ; जीवावरचा प्रसंग ; गंडांत शब्द पहा .
०गोदान  न. 
( प्र . ) मृतगोदान ; मेलेल्या गाईचें दान . एका चिक्कू गृहस्थानें मेलेल्या गाईला नेऊन टाकण्याचा खर्च वांचावा म्हणून तिचें मरणप्राय स्थितींत एका ब्राह्मणाला दान केलें यावरुन वरील संप्रदाय प्रचारांत आला .
( ल . ) मरतुकडा प्राणी ; अत्यंत कृश व अशक्त असलेला मनुष्य किंवा पशु .
( ल ) निर्वीर्य मनुष्य ; पुचाट मनुष्य ; पुळचट इसम , मेमलतोंड्या .
०चिन्ह  न. मरणाचें चिन्ह ; मृत्युकाल समीप आल्याची खूण ; मरणकाळचें लक्षण ; महत्संकटाची सूचना . ( क्रि० उमटणें ; दिसणें ; होणें ).
०पंचक  न. ( ज्योतिष ) एक अशुभ योग ; या योगावर जन्म झाल्यास मरणाची भीति असते . पंचक पहा . अगे हा रुक्मिया दुर्बुद्धि । न पाहेचि लग्नसिद्धी । मृत्युपंचकाचे संधी । लग्नसिद्धी मांडिली । - एरुस्व १२ . ८ .
०पत्र  न. आपल्या मरणानंतर जिंदगीची व्यवस्था कशी व्हावी यासंबंधीं लिहिलेला लेख , दस्तऐवज .
०पत्र   - पु . मृत्युपत्राप्रमाणें जिंदगीची सर्व विल्हेवाट लावणारा .
चालविणारा   - पु . मृत्युपत्राप्रमाणें जिंदगीची सर्व विल्हेवाट लावणारा .
०पंथ   मार्ग - पु . मरणाची वाट ; मानवी जीवित ; मर्त्यलोक . मनुष्याचा जन्म हा मृत्युपंचक आहे आणि हें भूमंडल हें मृत्युपंथ नव्हे तर काय ?
०मुखीं   क्रिवि . ( मूळ शब्द मृत्युमुख ) मृत्यूच्या तोंडांत ; काळाच्या जबड्यांत .
०योग  पु. ( ज्योतिष ) एक कुयोग . रविवारीं अनुराधा , सोमवारी उत्तराषाढा , मंगळवारीं शततारका , बुधवारी अश्विनी , गुरुवारीं मृगशीर्ष , शुक्रवारी आश्लेषा , व शनिवारीं हस्त याप्रमाणें त्या त्या वरीं तीं तीं नक्षत्रें आलीं असतां त्या दिवशीं मृत्युयोग असतो .
०लोक  पु. पृथ्वी ; भूलोक .
०वेळ   वेळा - स्त्री . दिवसांतील एक अशुभ काळ ; काळवेळ . वेळ शब्द पहा . [ सं . वेला ]
०षडाष्टक  न. ( ज्योतिष ) मेष - कन्या , तूळ - मीन , मिथुन - वृश्चिक , सिंह - मकर , कर्क - कुंभ , वृषभ - धन ; या दोन दोन राशींतील अंतर सहा व आठ आहे . म्हणून यास षडाष्टक म्हणतात . या दोन राशींपैकीं एक वधूची व एक वराची असल्यास विवाहकार्यास हें वर्ज्य मानलें जातें . मृत्युंजय पु .
शंकर ; शिव . तात तुझा तेजस्वी मृत्युंजयसचिव होय अजित रणीं । - मोभीष्म ३ . २९ .
( वैद्यक ) एक मात्रा ; औषध . बचनाग , गंधक , मिरीं , टांकणखार , पिंपळी हीं औषधें एकेक भाग व हिंगूळ दोन भाग घेऊन आल्याच्या रसांत खलून त्याच्या गोळ्या करतात . हें औषध सर्व ज्वरांचा नाश करितें . [ सं . मृत्यु + जि = जिंकणें ]

मृत्यु     

नेपाली (Nepali) WN | Nepali  Nepali
noun  शरीरबाट प्राण निस्किने क्रिया   Ex. जन्म लिनेको मृत्यु निश्‍चित् छ
HYPONYMY:
अकाल मृत्यु
ONTOLOGY:
भौतिक अवस्था (physical State)अवस्था (State)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
मरण निधन अन्त्य अन्त प्राणान्त देहान्त
Wordnet:
asmমৃত্যু
bdथैनाय
benমৃত্যু
gujમૃત્યું
hinमृत्यु
kanಸಾವು
kasمَرُن , موت
kokमरण
malജീവനാശം
marमृत्यू
mniꯁꯤꯕ
oriମୃତ୍ୟୁ
panਮੋਤ
sanमृत्युः
tamமரணம்
telచావు
urdموت , اجل , وفات , قضا , فنا , فوت , انتقال , خاتمہ
noun  अन्तिम साँस लिने या मर्ने समय   Ex. उसको मृत्यु सन्निकटमा छ
ONTOLOGY:
समय (Time)अमूर्त (Abstract)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
काल मृत्यु काल अन्तकाल मरणघडी अन्त काल अन्तिम समय
Wordnet:
asmমৃত্যু
bdथैनाय सम
benমৃত্যু
gujમૃત્યુ
hinमृत्यु काल
kasمَرَن وَق , مَرَن وقت
kokमरणकाळ
malമരണം
marअंतःकाळ
mniꯁꯤꯕ
oriମୃତ୍ୟୁ
panਮੋਤ
sanमृत्युकालः
telచావు
urdموت , وقت قضا , لمحہٴوفات , آخری وقت , آخری لمحہ

मृत्यु     

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English
मृत्यु  f. am. (very rarely f.) death, dying, [RV.] &c., &c.
(deaths of different kinds are enumerated, 100 from disease or accident and one natural from old age; ifc. = ‘ caused by or through’)
Death personified, the god of (sometimes identified with यम or with विष्णु; or said to be a son of अधर्म by निरृति or of ब्रह्मा or of कलि or of माया; he has also the patronymics प्राध्वंसन and साम्परायण, and is sometimes reckoned among the 11 रुद्रs, and sometimes regarded as व्यास in the 6th द्वापर or as a teacher &c.), [ŚBr.] ; [MBh.] ; [Pur.] &c.
N. of the god of love, [L.]
of a partic.एकाह, [ŚāṅkhŚr.]
of the 8th astrol. house, [VarBṛS.]
मृत्योर् हरः   of the 17th astrol.योग, [Col.] ( and म्रित्योर् विकर्ण-भासेN. of सामन्s).
मृत्यु   b &c. See p. 827, col. 3.

मृत्यु     

मृत्युः [mṛtyuḥ]   [मृ त्युक्]
Death, decease; जातस्य हि ध्रुवो मृत्युर्ध्रुवं जन्म मृतस्य च [Bg.2.27;] मृत्योः स मृत्युमाप्नोति य इह नानेव पश्यति.
Yama, the god of death.
An epithet of Brahman.
Of Viṣṇu.
Of Māyā.
Of Kali.
The god of love.
The worldly life (संसार); (नमो) अनात्मने स्वात्मविभक्तमृत्यवे [Bhāg.1.86.48.]
 N. N. of the 8th astrological house.
The deity taking away life in the body; यान्येतानि देवत्रा क्षत्राणीन्द्रो वरुणः सोमो रुद्रः पर्जन्यो यमो मृत्युरीशान इति [Bri. Up.1.4.11;] यमं कालं च मृत्युं च-स्वर्गं संपूज्य चार्हतः [Mb.12.2.3.]
= अशनाया q. v.; [Bri. Up.1.2.1.] -Comp.
-तूर्यम्   a kind of drum beaten at obsequial rites.
-द a.  a. fatal.
-द्वारम्   the door leading to death.
-नाशकः   quicksilver.
-नाशनम्   the drink of immortality, ambrosia.
-पाः   an epithet of Śiva.
-पाशः   the noose of death or Yama.
पुष्पः the sugarcane.
the bamboo.
-प्रतिबद्ध a.  a. liable to death.
-फलम्   a kind of poisonous fruit.
-फला, -ली   the plantain.
-बीजः, -वीजः   a bamboo-cane.
-भृत्यः   sickness, disease.
-राज्  m. m. Yama, the god of death.
लोकः the world of the dead, the world of Death or Yama.
earth, the world of mortals; cf. मर्त्यलोक.
वञ्चनः an epithet of Śiva.
a raven.
-सूतिः  f. f. a female crab; for explanation of this word read यथा कर्कटकी गर्भमाधत्ते मृत्यवे निजम् Purāṇam.

मृत्यु     

Shabda-Sagara | Sanskrit  English
मृत्यु  mfn.  Subst. (-त्युः-त्युः-त्यु) Death, dying.
 m.  (-त्युः) YAMA, the judge of the dead.
E. मृ to die, Unādi aff. त्युक् .
ROOTS:
मृ त्युक् .

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