भानुमत् n. (सू. निमि.) एक राजा, जो भागवत के अनुसार, केशिध्वज राजा का, एवं वायु के अनुसार सीरध्वज का पुत्र था ।
भानुमत् (औपमन्यव) n. एक आचार्य, जो आनन्दज चान्धनायन नामक आचार्य का शिष्य था । संभवतः यह उपमन्यु का वंशज था, जिस कारण इसे ‘औपमन्यव’ पैतृक नाम प्राप्त हुआ थ । इसके शिष्य का नाम ऊर्जयत् औपमन्यव था
[वं.ब्रा.१] ।
भानुमत् II. n. कलिंग देश का राजा, जो भारतीय युद्ध में कौरव पक्ष में शामिल था । भीम ने इसका वध किया
[म.भी.५०.३५] ।
भानुमत् III. n. (सो. तुर्वसु.) एक तुर्वसुवंशीय राजा, जो भागवत के अनुसार भर्ग राजा का पुत्र था । इसके पुत्र का नाम त्रिमानु था ।
भानुमत् IV. n. कोसल देश का सुविख्यात राजा । इसकी कन्या का नाम कौसल्या था, जो सुविख्यात इक्ष्वाकुवंशीय सम्राट दशरथ को विवाह में दी गयी थी
[वा.रा.बा.१३.२६] । दशरथ के द्वारा किये पुत्रकामेष्टि यज्ञ मे समय इसे बडे सम्मान के साथ निमंत्रित किया गया था ।
भानुमत् V. n. कृष्ण को सत्यभामा से उत्पन्न पुत्रों में से एक ।
भानुमत् VI. n. (सू.इ. भविष्य.) एक इक्ष्वाकुवंशीय राजा, जो भागवत के अनुसार बृहदश्व राजा का पुत्र था । विष्णु वायु में इसके नाम के लिये ‘भानुरथ’ पाठभेद प्राप्त है ।