Dictionaries | References

बृहदश्व

   { bṛhadaśva }
Script: Devanagari

बृहदश्व     

Puranic Encyclopaedia  | English  English
BṚHADAŚVA I   An ancient hermit. He had much respect for Dharmaputra. It is stated in the [Mahābhārata, Vana Parva, Chapter 52] , that Bṛhadaśva went to the forest Kāmyaka with Dharmaputra. Bṛhadaśva narrated the story ‘Nalopākhyāna’ to Dharmaputra in order to divert his mind from the thought of the loss of his kingdom. When he had finished the story he taught Dharmaputra, the two important spells, Akṣahṛdaya and Aśvaśiras.
BṚHADAŚVA II   A king of the Ikṣvāku dynasty. His father was Śrāvasta. The King Kuvalayāśva was the son of Bṛhada va. [M.B. Vana Parva, Chapter 122, Stanza 7] .

बृहदश्व     

बृहदश्व n.  (सू.इ.) एक इक्ष्वाकुवंशीय राजा, जो श्रावस्त का पुत्र था । इसका राजधानी श्रावस्ती नगरी में थी, एवं इसके पुत्र का नाम कुवलाश्व था । यह एक आदर्श एवं प्रजाहितदक्ष राजा था । वृद्धापकाल में, इसने अपने पुत्र कुवलाश्व को राजगद्दी पर बिठा कर, वानप्रस्थाश्रम के लिये अरण्य में जाना चाहा । किन्तु उत्तंक ऋषि ने इसे रोंक दिया, एवं वन में जाने के पहले धुंढु नामक दैत्य का विनाश करने की प्रार्थना इसने की । फिर इसने अपने पुत्र कुवलाश्व को धुंधु दैत्य को नष्ट करने की आज्ञा दी, एवं स्वयं वन चल गया [म.व.१९३-१९४] ;[वायु.६८] ;[विष्णुधर्म १.१६]
बृहदश्व II. n.  एक महर्षि, जो काम्यकवन में युधिष्ठिर से मिलने आये थे । युधिष्ठिर ने इसका उचित आदर सत्कार किया, एवं इसके प्रति अपने दुःखदैन्य का निवेदन किया । इसने युधिष्ठिर को समझाते हुए निषधराज नल के दुःखदैन्य की कथा उसे सुनाई । पश्चात् युधिष्ठिर को ‘अक्षहॄदय’ एवं ‘अश्वशिर’ नामक विद्याओं का उपदेश दे कर, यह बिदा हो गया [म.व.७८] । शरशय्या पर पडे हुए भीष्म से मिलने आये ऋषियों में, यह भी शामिल था [भा.१.९.६]
बृहदश्व III. n.  अंगिराकुलोत्पन्न एक गोत्रकार ।
बृहदश्व IV. n.  शिव के श्वेत नामक दो अवतारों में श्वेत (द्वितीय) का शिष्य ।
बृहदश्व V. n.  (सू.इ.भविष्य.) एक इक्ष्वाकुवंशीय राजा, जो सहदेव राजा का पुत्र था । मत्स्य में इसे ‘ध्रुवाश्व’ कहा गया है ।

बृहदश्व     

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English
बृहद्श्व  m. m.N. of a गन्धर्व, [Cat.]
of various men, [MBh.] ; [R.] ; [Hariv.] ; [Pur.]

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP