-
न्यायसूत्र
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: INDEX | Rank: 6.249501 | Lang: NA
-
न्यायसूत्र - पञ्चमः अध्यायः
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: INDEX | Rank: 6.249501 | Lang: NA
-
न्यायसूत्र - चतुर्थः अध्यायः
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: INDEX | Rank: 6.249501 | Lang: NA
-
न्यायसूत्र - प्रथमः अध्यायः
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: INDEX | Rank: 6.249501 | Lang: NA
-
न्यायसूत्र - तृतीयः अध्यायः
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: INDEX | Rank: 6.249501 | Lang: NA
-
न्यायसूत्र - द्वितीयः अध्यायः
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: INDEX | Rank: 4.783832 | Lang: NA
-
प्रथमः अध्यायः - प्रथमम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
पञ्चमः अध्यायः - द्वितीयम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
द्वितीयः अध्यायः - प्रथमम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
तृतीयः अध्यायः - प्रथमम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
पञ्चमः अध्यायः - प्रथमम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
तृतीयः अध्यायः - द्वितीयम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
चतुर्थः अध्यायः - प्रथमम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
द्वितीयः अध्यायः - द्वितीयम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
चतुर्थः अध्यायः - द्वितीयम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
प्रथमः अध्यायः - द्वितीयम् आह्निकम्
शब्द, अनुमान, प्रत्यक्ष, आणि उपमान रूप हे न्यायसूत्राचे प्रसिद्ध चार भाग आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.659081 | Lang: NA
-
न्यायसूत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.46567 | Lang: NA
-
वात्स्यायन
Meanings: 20; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.01165668 | Lang: NA
-
३२
Meanings: 18; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.008742511 | Lang: NA
-
संकेत कोश - संख्या ३२
हिंदू धर्मात असे अनेक संकेत आहेत ,जे आपल्या जीवनात मोलाचे कार्य बजावतात .
Type: PAGE | Rank: 0.008742511 | Lang: NA
-
महावीर वर्धमान
Meanings: 18; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.007285425 | Lang: NA
-
गौतम
Meanings: 45; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.005828341 | Lang: NA