आषाढ़ शुक्लपक्ष व्रत - विश्वेदेवपूजन

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


विश्वेदेवपूजन

( ब्रह्मपुराण ) -

आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमाको पूर्वाषाढ़ा हो तो महाबली दस २ विश्वेदेवोंका पूजन करे, इससे उनकी प्रसन्नता प्राप्त होती है ।

क्रतुर्दक्षो वसुः सत्यः कालः कामस्तथैव च ।

धूरिश्च लोचनश्चैव तथा चैव पुरुरवाः ॥

आश्रवश्च दशैवैते विश्वेदेवाः प्रकीर्तिताः । ( मत्स्यपु० १७१ बृहस्पति )

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Last Updated : January 16, 2012

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