हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|वैशाखके व्रत|वैशाख शुक्लपक्ष व्रत| शर्करासप्तमी वैशाख शुक्लपक्ष व्रत अक्षयतृत्तीया अक्षयतृतीयाव्रत परशुराम जयन्ती अक्षयतृत्तीया निम्बसप्तमी निम्बसप्तमी कमलसप्तमी शर्करासप्तमी वैशाखी अष्टमी श्रीजानकी नवमी वैशाखशुक्लैकादशी मधुसूदनपूजा कामदेवव्रत पुत्रादिप्रद प्रदोषव्रत नृसिंह जयन्तीव्रत नृसिंह जयन्तीव्रत कदलीव्रत वैशाखी व्रत वैशाख शुक्लपक्ष व्रत - शर्करासप्तमी व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : festivalmonthvaishakhvratमहिनावैशाखव्रतसण शर्करासप्तमी Translation - भाषांतर शर्करासप्तमी ( पद्मपुराण ) - यह भी वैशाख शुक्ल सप्तमीको ही होता है । इसके लिये उक्त सप्तमीको सफेद तिलोंके जलसे स्त्रान करके सफेद वस्त्र धारण करे । एक वेदीपर कुंकुमसे अष्टदल लिखकर ' ॐ नमः सवित्रे ' इस मन्त्रसे उसका पूजन करे । फिर उसपर खाँड़से भरा हुआ और सफेद वस्त्रसे ढँका हुआ सुवर्णयुक्त कोरा कलश स्थापित करके ' विश्वदेवमयो यस्माद्वेदवादीति पठ्यसे । त्वमेवामृतसर्वस्वमतः पाहि सनातन ॥' ( पद्मपुराण ) - इस मन्त्रसे यथाविधि पूजन करे और दूसरे दिन ब्राह्मणोको घृत और शर्करामिश्रित खीरका भोजन कराकर वह घड़ा दान करे । इससे आयु, आरोग्य और ऐश्वर्यकी वृद्धी होती है । N/A References : N/A Last Updated : January 16, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP