हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|वैशाखके व्रत|वैशाख शुक्लपक्ष व्रत| अक्षयतृत्तीया वैशाख शुक्लपक्ष व्रत अक्षयतृत्तीया अक्षयतृतीयाव्रत परशुराम जयन्ती अक्षयतृत्तीया निम्बसप्तमी निम्बसप्तमी कमलसप्तमी शर्करासप्तमी वैशाखी अष्टमी श्रीजानकी नवमी वैशाखशुक्लैकादशी मधुसूदनपूजा कामदेवव्रत पुत्रादिप्रद प्रदोषव्रत नृसिंह जयन्तीव्रत नृसिंह जयन्तीव्रत कदलीव्रत वैशाखी व्रत वैशाख शुक्लपक्ष व्रत - अक्षयतृत्तीया व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : festivalmonthvaishakhvratमहिनावैशाखव्रतसण पुत्र - प्राप्तिव्रत Translation - भाषांतर पुत्र - प्राप्तिव्रत ( विष्णुधर्मोत्तर ) - यह व्रत वैशाख शुक्ल पञ्चमीसे प्रारम्भ होकर वर्षभरमें पूर्ण होता है । आरम्भमें पञ्चमीको उपवास करके षष्ठीको स्कन्द - कुमार - विशाख और गुहका पूजन करे, इस प्रकार प्रत्येक शुक्ल पञ्चमी और षष्ठीको वर्षपर्यन्त करता रहे तो पुत्रार्थीको क्पुत्र, धनार्थीको धन और स्वर्गार्थीको स्वर्ग प्राप्त होता है । यह शिवजीका बतलाया हुआ व्रत है । N/A References : N/A Last Updated : January 16, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP