मस्तकपर जल छिडकनेके विनियोग और मन्त्र
प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.
मस्तकपर जल छिडकनेके विनियोग और मन्त्र-
निम्नलिखित विनियोग पढकर बाये हाथमें जल लेकर दाहिने हाथसे ढक ले और निम्नलिखित मन्त्र पढकर सिरपर छिड्के।
विनियोग-
द्रुपदादिवेत्यस्य कोकिलो राजपुत्र ऋषिरनुष्टुप् छन्द: आपो देवता: शिरस्सेके विनियोग:।
मन्त्र-
ॐ
द्रुपदादिव मुमुचान: स्विन्न: स्नातो मलादिव।
पुतं पवित्रेणेवाज्यमाप: शुन्धन्तु मैनस:॥
N/A
References : N/A
Last Updated : November 26, 2018
TOP