श्रुतंजय n. (सो. पुरूवस्.) एक राजा, जो भागवत के अनुसार सत्यायु राजा का पुत्र था
[भा. ९.१५.२] ।
श्रुतंजय II. n. एक राजा, जो त्रिगर्तराज सुशर्मन् का भाई था । यह भारतीय युद्ध में कौरवपक्ष में शामिल था, अर्जुन ने इसका वध किया
[म. क. २७.१० पाठ.] ।
श्रुतंजय III. n. (मगध. भविष्य.) एक राजा, जो मत्स्य, वायु, एवं ब्रह्मांड के अनुसार सेनाजित् राजा का, एवं विष्णु के अनुसार सेनाजित राजा का पुत्र था । भागवत में इसे ‘सृतंजय’ कहा गया है । वायु, मत्स्य, एवं ब्रह्मांड के अनुसार इसने चालीस वर्षों तक राज्य किया था ।