मित्रयु n. (सो.नील.) एक नीलवंशीय राजा, जो दिवोदास राजा का पुत्र था । मत्स्य एवं वायु में इसे ‘मित्रायु,’ एवं भागवत एवं विष्णु में से इसे ‘मित्रेयु;’ कहा गया है । इसके पुत्र का नाम च्यवन था
[गरुड.१.१४.२२] । किन्तु वायु एवं मत्स्य में इसके पुत्र का नाम ‘मैत्रेय’ कहा गया है । हरिवंश के अनुसार, यह एक शाखा प्रवर्तक आचार्य था, जिससे ‘मैत्रेय ब्राह्मण’ एवं ‘मैत्रायणी शाखा’ उत्पन्न हुयी
[ह.वं.१.३२] ।
मित्रयु II. n. भृगुकुलोत्पन्न एक ऋषि, जिसकी कन्या का नाम मैत्रेयी था ।