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बागुलबुवा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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पाळणा - जो जो जो बाळा नको रडूं गो...
पाळणे - Palane are the marathi lullby songs usually sung at Naming Ceremony called "Barase" (बारसे). These are also sung while putting child to sleep in a swing.
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बागुलबावा आला
बागुलबावा आला - Bagulbava
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ಹೆಣ್ಣು ಕಾಗೆ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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कोकौ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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பூச்சாண்டி
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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കോക്കാന്
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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کھۄکھ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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हावको
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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କକବାୟା
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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હાઉ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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ਕੋਕੋ
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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कोको
Meanings: 9; in Dictionaries: 5
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কোকো
Meanings: 5; in Dictionaries: 1
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కాకి
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
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घोंगा
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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बागुलबोवा
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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बालगीत - ताईबाई , ताईबाई ग , अत...
बालगीत हे लहान मुलांचे शब्दभांडार समृद्ध करण्यासाठी रचलेले गद्य अथवा पद्यात्मक काव्य होय.
Balgeet is a traditional or composed song or poem taught to children for development of vocabulary.
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भजन - हिमालयाच्या घरच्या ना...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
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बुवा
Meanings: 16; in Dictionaries: 6
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फेब्रुवारी २८ - नाम
महाराजांचे प्रवचन वाचले की वाटते, श्रीमहाराजांनी हे माझ्याचसाठी लिहिलेले आहे.
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संग्रह ७
रुखवत उचलताना वराकडील महिलांना उखाणा म्हणावा लागे, ते शुभ समजले जाई.
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श्री कृष्ण लीला १
श्रीसद्गुरू दासगणु महाराजांची कीर्तनाख्यानें हीं अत्यंत वैशिष्ट्यपूर्ण, रसाळ आणि विविध काव्यगुणांनी संपन्न असून श्राव्य काव्याचा तो एक उत्कृष्ट नमुना आहे.
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अमृतानुभव - शब्दखंडन
अमृतानुभव हा ज्ञानेश्वरांना ज्ञानेश्वरी लिहून झाल्यावर आलेला अनुभव आहे.
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गोष्ट एकतिसावी
संस्कृत नीतिकथांमध्ये पंचतंत्र कथांचे प्रथम स्थान मानले जाते.
The fascinating stories told by Vishnu Sharma, called Panchatantra.
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दीपप्रकाश - त्रयोविंशतितम किरण
Shri Madhavnath Maharaj (1857–1936) was a Hindu saint, of Karvi, Chitrakoot, Madhya Pradesh, who continued the Nath Sampradaya of the famous Navnaths in India.
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प. पू. ब्रह्मयोगी सीताराम महाराज
दत्त संप्रदायातील सत्पुरूष
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समओवी ज्ञानेश्वरी - अध्याय सहावा
ज्ञानेश्वरी, अमृतानुभव आणि चांगदेव पासष्टी या तिन्ही ग्रंथांतून काव्य आणि तत्वज्ञान संत ज्ञानेश्वर आपल्या विलक्षण भाषासौंदर्याने मराठी माणसाला विस्तारून सांगतात.
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समओवी ज्ञानेश्वरी - अध्याय सतरावा
ज्ञानेश्वरी, अमृतानुभव आणि चांगदेव पासष्टी या तिन्ही ग्रंथांतून काव्य आणि तत्वज्ञान संत ज्ञानेश्वर आपल्या विलक्षण भाषासौंदर्याने मराठी माणसाला विस्तारून सांगतात.
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समओवी ज्ञानेश्वरी - अध्याय पंधरावा
ज्ञानेश्वरी, अमृतानुभव आणि चांगदेव पासष्टी या तिन्ही ग्रंथांतून काव्य आणि तत्वज्ञान संत ज्ञानेश्वर आपल्या विलक्षण भाषासौंदर्याने मराठी माणसाला विस्तारून सांगतात.
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समओवी ज्ञानेश्वरी - अध्याय अठरावा
ज्ञानेश्वरी, अमृतानुभव आणि चांगदेव पासष्टी या तिन्ही ग्रंथांतून काव्य आणि तत्वज्ञान संत ज्ञानेश्वर आपल्या विलक्षण भाषासौंदर्याने मराठी माणसाला विस्तारून सांगतात.
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