सत्यवत् n. एक राजा, जो शाल्वनरेश द्युमत्सेन का पुत्र, एवं मद्रराज अश्वपति की कन्या सावित्री का पति था । इसे बचपन से अश्वों के चित्र चित्रित करने का शोक था, जिस कारण इसे ‘चित्राश्र्व’ नामांतर भी प्राप्त था । इस अल्पायु राजकुमार के प्राण यमधर्म के पंजे से छुड़ाने का कार्य इसकी पत्नी सावित्री ने अपने पातिव्रत्यसामर्थ्य से किया, जिस कारण ये दोनों अमर हो गये (सावित्री देखिये) ।
सत्यवत् II. n. (सो. वृष्णि.) यादववंशीय सत्यक राजा का नामांतर । मत्स्य में इसे शिनि राजा का पुत्र कहा गया है (सत्यक ४. देखिये) ।
सत्यवत् III. n. तेजपूर नगरी का एक राजा, जो ऋतंभर राजा का पुत्र था । इसका पिता ऋतंभर परम रामभक्त, गो-सेवक एवं दानी राजा था । राम के अश्वमेध यज्ञके समय, उसका अश्वमेधीय अश्व शत्रुघ्न के द्वारा इसकी नगरी में लाया गया । उस समय इसने शत्रुघ्न का सहर्ष स्वागत किया, एवं अश्वरक्षक बन कर उसके साथ यह आगे बढ़ा
[पद्म. पा. ३०-३२] ।