-
ನಾಂದಿ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6895848 | Lang: NA
-
नान्दी
Meanings: 23; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.5808233 | Lang: NA
-
नांदी
Meanings: 12; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.427586 | Lang: NA
-
पूजा विधी - संक्षिप्त नान्दी श्राद्ध
जो मनुष्य प्राणी श्रद्धा भक्तिसे जीवनके अंतपर्यंत प्रतिदिन स्नान , पूजा , संध्या , देवपूजन आदि नित्यकर्म करता है वह निःसंदेह स्वर्गलोक प्राप्त करता है ।
Type: PAGE | Rank: 0.08595162 | Lang: NA
-
महाचारी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.007518902 | Lang: NA
-
नान्दिकर
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.004296516 | Lang: NA
-
नान्दीवादिन्
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.003222387 | Lang: NA
-
संधिला
Meanings: 9; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.002685322 | Lang: NA
-
नान्दीक
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.002685322 | Lang: NA
-
नान्दीकर
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.002685322 | Lang: NA
-
prologue
Meanings: 8; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.002685322 | Lang: NA
-
overture
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.002148258 | Lang: NA
-
नर्दित
Meanings: 8; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.002148258 | Lang: NA
-
ಪರದೆ
Meanings: 9; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.001928648 | Lang: NA
-
नान्दीमुख
Meanings: 12; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.001342661 | Lang: NA
-
पूजा विधी - पित्रीश्वर पूजनम्
जो मनुष्य प्राणी श्रद्धा भक्तिसे जीवनके अंतपर्यंत प्रतिदिन स्नान , पूजा , संध्या , देवपूजन आदि नित्यकर्म करता है वह निःसंदेह स्वर्गलोक प्राप्त करता है ।
Type: PAGE | Rank: 0.001074129 | Lang: NA
-
४९
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.0009398627 | Lang: NA
-
संकेत कोश - संख्या ४९
हिंदू धर्मात असे अनेक संकेत आहेत ,जे आपल्या जीवनात मोलाचे कार्य बजावतात .
Type: PAGE | Rank: 0.0009398627 | Lang: NA
-
धर्मसिंधु - अशौचांतील कर्तव्यनिर्णय
हिंदूंचे ऐहिक, धार्मिक, नैतिक अशा विषयात नियंत्रण करावे आणि त्यांना इह-परलोकी सुखाची प्राप्ती व्हावी ह्याच अत्यंत उदात्त हेतूने प्रेरित होउन श्री. काशीनाथशास्त्री उपाध्याय यांनी ’धर्मसिंधु’ हा ग्रंथ रचला आहे. This 'Dharmasindhu' grantha was written by Pt. Kashinathashastree Upadhyay, in the year 1790-91.
Type: PAGE | Rank: 0.0008055967 | Lang: NA
-
नाट्यशास्त्रम् - अथ पञ्चमोऽध्यायः
भरत मुनींनी नाट्य शास्त्राची निर्मिती प्रत्यक्ष ब्रह्मदेवाच्या सांगण्यावरून केली असा समज आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.0005696429 | Lang: NA
-
विश्वेदेव
Meanings: 14; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.0005370645 | Lang: NA
-
नाट्यशास्त्रम् - अथ प्रथमोऽध्यायः
भरत मुनींनी नाट्य शास्त्राची निर्मिती प्रत्यक्ष ब्रह्मदेवाच्या सांगण्यावरून केली असा समज आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.0004699314 | Lang: NA
-
सत्य
Meanings: 187; in Dictionaries: 14
Type: WORD | Rank: 0.0003356653 | Lang: NA
-
साहित्य दर्पण - षष्ठः परिच्छेदः
साहित्य दर्पण संस्कृत भाषा में साहित्य-विषयक महान ग्रन्थ है। इसके रचयिता विश्वनाथ हैं। साहित्य दर्पण के रचयिता का समय 14वीं शताब्दी ठहराया जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.0002373512 | Lang: NA