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दिलीपः
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দিলীপ
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ਦਿਲੀਪ
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दिलीप
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ଦିଲୀପ
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دلیپ
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திலீப்
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ദിലീപ്
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દિલીપ
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دِلیٖپ
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দলীপ
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নন্দিনী
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অংশুমান
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अंशुमान्
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नन्दिनी
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द्वितीय स्कन्धः - अध्यायः ६
भागवत पुराणात पुढे येणार्या कलियुगात काय घडणार आहे, याबद्दलचे सविस्तर वर्णन केले आहे.
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स्वर्गखण्डः - अध्यायः ३९
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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भर्गाख्यः पञ्चमांशः - त्रयोविंशोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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श्रीविष्णुपुराण - चतुर्थ अंश - अध्याय ४
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Puranas.
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द्वितीयः स्कन्धः - अथ सप्तमोऽध्यायः
’ श्रीमद्भागवतमहापुराणम्’ ग्रंथात ज्ञान, वैराग्य व भक्ति यांनी युक्त निवृत्तीमार्ग प्रतिपादन केलेला आहे, अशा या श्रीमद्भागवताचे भक्तिने श्रवण, पठन आणि निदिध्यासन करणारा मनुष्य खात्रीने वैकुंठलोकाला प्राप्त होतो.
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः १८८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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चमत्कारचन्द्रिका - चतुर्थो विलासः
श्रीहरिची माला आणि श्रीराधाचा मुक्ताहार यांची ही कथा आहे.
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सेतुखण्डः - अध्याय ५२
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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