श्रुतर्वन् n. धृतराष्ट्र के शतपुत्रों में से एक । भारतीय युद्ध में यह भीमसेन के द्वारा मारा गया
[म. श. २५.२७] ।
श्रुतर्वन् (आर्क्ष) n. एक उदार राजा, जिसके दातृत्व की प्रशंसा ऋग्वेद में गोपवन नामक ऋषि के द्वारा की गयी है
[ऋ. ७.७४.४-१३] । इसके मृगय पर विजय प्राप्त की थी
[ऋ. १०.४९.५] । ऋक्ष का वंशज होने के कारण, इसे ‘आर्क्ष’ पैतृक नाम प्राप्त हुआ था ।
श्रुतर्वन् (आर्क्ष) n. इसके दातृत्व का वर्णन महाभारत में भी प्राप्त है । एक बार अगस्त्य ऋषि इसके पास धन माँगने के लिए आये। इसके दातृत्व के कारण इसके खजाने में कुछ भी द्रव्य बाकी नहीं था । इसने धन देने के संबंध में अपनी असमर्थता अगस्त्य ऋषि से निवेदित की, एवं अपने आयव्यय के सारे हिसाब भी उसे दिखाये। पश्चात् यह अगस्त्य को साथ ले कर ब्रध्नश्र्व आदि राजाओं के पास गया, एवं उनसे इसने अगस्त्य ऋषि को विपुल धन दिलवाया
[म. व. ९६.१-५] ।