वातापि n. एक असुर, जो ह्राद नामक असुर का पुत्र, एवं इल्वल नामक असुर का छोटा भाई था । अगस्त्य ऋषि के द्वारा, इसका एवं इल्वल का गर्वहरण होने की कथा महाभारत में प्राप्त है
[म.व. ९७.४९३*] । पुराणों में इसे विप्रचित्ति राक्षस का पुत्र कहा गया है
[मत्स्य. ६.२६] ;
[विष्णु. १.२१.११] । ब्रह्मांड में इसे तेरह सैंहिकेय असुरों में से एक कहा गया हैं, एवं परशुराम के द्वारा इसका वध होने की कथा वहॉं प्राप्त है
[ब्रह्मांड. ३.६.१८-२२] ।
वातापि II. n. एक राक्षस, जो विप्रचित्ति एवं सिंहिका के पुत्रों में से एक था । परशुराम ने इसका वध किया
[ब्रह्मांड. ३.६.१८-२२] ।
वातापि III. n. एक दानव, जो कश्यप एवं दनु के पुत्रों में से एक था ।