Dictionaries | References उ उषस Script: Devanagari Meaning Related Words उषस प्राचीन चरित्रकोश | Hindi Hindi Rate this meaning Thank you! 👍 उषस (चाक्रायण), उषस्ति (चाक्रायण) n. एक सामवेत्ता ब्राह्मण । जब कुरु देश में अकाल पडा था तब बडी ही बुरी हालत में यह एक ग्राम में पत्नी समवेत रहा । एक बार भूख लगने के कारण, एक महावत को, जब वह कुलथी खा रहा था, तब उसने होले मांगे । तब होले देकर वह पानी भी देने लगा । तब पानी जूठा होने के कारण इसने अस्वीकार कर दिया । जब होले भी जूठे है ऐसा उससे कहा गया तब इसने कहा कि उनको बिना खाये मेरा जीना असंभव था, परंतु मैं अपनी इच्छानुसार पानी कहीं भी पी सकता हूँ । थोडी कुलथी पत्नी के लिये भी लाये । तदनंतर पास में ही वाले यज्ञ में यह गया । फिर भी विद्वान् होने के कारण अन्य ऋत्विजों के समान इसे भी राजा ने दक्षिणा दी तथा इसने भी प्रस्तोता की सहायता की । अन्य स्थान पर उषस्ति पाठ है [छां. उ.१.१०.१,११.१] । इसने आत्मा के प्रत्यक्षत्व के संबंध में, याज्ञवल्क्य को प्रश्न किया था याज्ञवल्क्य ने इससे कहा कि, आत्मा प्रत्यक्ष दिखाना असंभव है [बृ. उ.३.४.२] । यहॉं उपस्त पाठ है । Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP