उर्व n. एक ऋषि । च्यवन ने अपने कुल का वृत्तान्त कहा है । उस में ऊर्व नामक एक तेजस्वी कुलवर्धक का निर्देश है । उससे अग्नि उत्पन्न हुआ । वह समुद्र में वडवारुप से है । उसक पुत्र ऋचीक । वह बडा योद्धा था । उसने जमदग्नि को अपना पुत्र माना । ऋचीक की पत्नी गाधि की कन्या थी । गाधि का पुत्र विश्वामित्र । ऋचीक को गाधिकन्या सत्यवती से क्षत्रियान्त परशुराम पैदा हुआ । इस प्रकार भृगु तथा कुशककुल का संबंध है
[म.अनु.५६] । बाहु का पुत्र सगर । वह अयोध्या का नृप था । हैहय तालंजंघ ने उसे राजपद से च्युत किया । तब उर्व भार्गव ने उसका रक्षण किया
[वायु. ८८.१२३] । इससे और्ववंश पैदा हुआ
[वायु ८८.१५७] ;
[मत्स्य. १२. ४०] । इसने अपनी जंघा से और्व अग्नि नामक पुत्र उत्पन्न किया । यहॉं ऊर्व को शुक्र कहा है । देव, मुनि तथा दानव इसके अनुयायी थे
[पद्म. सृष्टि. ३८.७४-१०७] । पद्म में उव शब्द उर्व है ।
उर्व II. n. (सो. पूरु. भविष्य.) मत्स्यमतानुसार पुरंजय का पुत्र ।