अतिसर्गः [atisargḥ] 1 Granting (of a wish); giving; स्रष्टुर्वरातिसर्गात्तु मया तस्य दुरात्मनः
[R.1.42.] Granting permission (to do what one likes कामचारानुज्ञा)
[P.III 3.163,] one of the senses of the Potential अतिसर्गाच्च पटवो दृष्ट्वा
[Rām.5.62.7.] Dismissal, discharge, parting with; giving away; स्त्रीणां दानविक्रयातिसर्गा विद्यन्ते न पुंसः
[Nir.] Favour; तवातिसर्गाद्देवेश प्रजापत्यमिदं पदम् ।
[Mb.8.34.2.] -a. [सर्गं सृष्टिमतिक्रान्तः] Everlasting, permanent (नित्य); emancipated (मुक्त).