हिंदी सूची|व्रत|विशिष्ट व्रत|लोकहितकरव्रत| कृष्णव्रत लोकहितकरव्रत अनावृष्युपशमनविधानव्रत वृष्टिप्रदव्रत महामारीशमनविधानव्रत सर्वरोगनाशक धर्मराजव्रत सर्वरोगहर चित्रगुप्तव्रत कलिमलहर श्रीकृष्णव्रत गो पूजन अभिलाषाष्टक पापघट दान कृष्णव्रत गायत्रीपुरश्चरण लोकहितकरव्रत - कृष्णव्रत व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : dayvratव्रत कृष्णव्रत Translation - भाषांतर कृष्णव्रत - प्रौढावस्थामें भी पुत्र न हो तो यज्ञोपवीत धारण करके श्रीकृष्ण या गणेशके मन्दिरमें अथवा गोशाला या पीपल, गूलर या कदम्ब - वृक्षके नीचे बैठकर कमल, कदम्ब या तुलसीकी मालापर - ' देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते । देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः ॥' इस मन्त्नका प्रतिदिन पाँच हजार, ढाई हजार या एक सहस्त्र जप करे । इस प्रकार एक लाख पूरा हो जानेपर दशांश हवन, तर्पण, मार्जनकर ब्राह्मणोंको खीर, मालपूआ, पूड़ीका भोजन करावे । ऐसा करनेसे श्रीकृष्णकी कृपासे पुत्र प्राप्त होता है । N/A References : N/A Last Updated : January 16, 2012 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP