श्रावण शुक्लपक्ष व्रत - दधिव्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


दधिव्रत

( महाभारत - दानधर्म )

श्रावण शुक्ल द्वादशीको दधिव्रत किया जाता है । उसमें दहीका उपयोग किया जाता है । यदि उस दिन श्रीधर भगवानको विमानमें विराजितकर अहोरात्र आनन्दोत्सव करे तो उससे पञ्चयज्ञके समान फल होता है ।*

* अहोरात्रेण द्वादश्यां श्रावणे मासि श्रीधरम् ।

पञ्चयज्ञमवान्पोति विमानस्थश्च मोदतें ॥

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Last Updated : January 21, 2009

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