श्रावण शुक्लपक्ष व्रत - पापनाशिनी सप्तमी

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


पापनाशिनी सप्तमी

( हेमाद्रि ) -

यह व्रत श्रावण शुक्ल सप्तमीको हस्त नक्षत्र होनेसे उदयव्यापिनीमें किया जाता है । उस दिन जगदगुरु चित्रभानुका पूजन करके दान, पुण्य, हवन और व्रत करे तो किये हुएका अक्षय फल होता है और प्रत्येक प्रकारके पाप, ताप दूर हो जाते हैं ।

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Last Updated : January 21, 2009

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