नारायणस्तोत्रम् - नारायण नारायण जय गोविन्द ...
विष्णू हि सर्वोच्च शक्ती असून, त्रिमूर्ती ब्रह्मा, विष्णू आणि महेश यांपैकी, भगवान विष्णूचे कार्य विश्वाचा सांभाळ आणि प्रतिपाळ करणे आहे
Vishnu,also known as Narayana is the Supreme Being or Ultimate Reality
In the Trimurti, Vishnu is responsible for the maintenance or 'preservation' of the universe.
नारायण नारायण जय गोविन्द हरे ।
नारायण नारायण जय गोपाल हरे॥
करुणापारावार! वरुणालयगंभीर! - नारायण! ॥१॥
घननीरदसंकाश! कृतकलिकल्मषनाशन! - नारायण! ॥२॥
यमुनातीरविहार! धृतकौस्तुभमणिहार! - नारायण! ॥३॥
पीताम्बरपरिधान! सुरकल्याणनिधान! - नारायण! ॥४॥
मञ्जुलगुञ्जाभूष! मायामानुषवेष! - नारायण! ॥५॥
राधाधरमधुरसिक! रजनिकरकुलतिलक! - नारायण! ॥६॥
मुरलीगानविनोद! वेदस्तुतिभूपाद! - नारायण! ॥७॥
बर्हिनिबर्हापीड! नटनाटकफणिक्रीड! - नारायण! ॥८॥
वारिजभूषाभरण! वारिजपुत्रीरमण! - नारायण! ॥९॥
जलरुहसन्निभनेत्र! जगदारंभकसूत्र! - नारायण! ॥१०॥
पातकरजनीसंहार! करुणालय मामुद्धर - नारायण ॥११॥
अघबकक्षय कंसारे! केशव कृष्ण मुरारे! - नारायण! ॥१२॥
हाटकनिभपीताम्बर! अभयं कुरु मे मावर! - नारायण! ॥१३॥
दशरथराजकुमार! दानवमदसंहार! - नारायण! ॥१४॥
गोवर्धनगिरिरमण! गोपीमानसहरण! - नारायण! ॥१५॥
सरयूतीरविहार! सज्जनऋषिमन्दार! - नारायण! ॥१६॥
विश्वामित्रमखत्र! विविधपरासुचरित्र! - नारायण! ॥१७॥
ध्वजवज्राङ्कुशपाद! धरणिसुतासहमोद! - नारायण! ॥१८॥
जनकसुताप्रतिपाल! जयजयसंसृतिलील! - नारायण! ॥१९॥
दशरथवाग्धृतिभार! दण्डकवनसञ्चार! - नारायण! ॥२०॥
मुष्टिकचाणूरसंहार! मुनिमानसविहार! - नारायण! ॥२१॥
बालिविनिग्रहशौर्य! वरसुग्रीवहितार्य! - नारायण! ॥२२॥
मां मुरलीधरधीवर! पालय पालय श्रीवर! - नारायण! ॥२३॥
जलनिधिबन्धनधीर! रावणकण्ठविदार! - नारायण! ॥२४॥
ताटीमददलनाढ्य! नटगुणविधगानाढ्य! - नारायण! ॥२५॥
गौतमपत्नीपूजन! करुणाघनावलोकन! - नारायण! ॥२६॥
संभ्रमसीताहार! साकेतपुरविहार! - नारायण! ॥२७॥
अचलोद्धृतिचञ्चत्कर! भक्तानुग्रहतत्पर! - नारायण ॥२८॥
नैगमगानविनोद! रक्षःसुतप्रह्लाद! - नारायण ॥२९॥
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Last Updated : January 03, 2019
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