-
श्रण् (only in
वि-√ श्रण्q.v. ) cl. 1. P. ([Dhātup. xix, 36] ) श्रणति, or cl. 10. P. (xxxii, 42) श्राणयति (aor. अशिश्रणत्, or अशश्राणत्, [Siddh.] ; [Vop.] ), to give, grant, present.
-
श्रण् r. 1st and 10th cls. (
श्रणति, श्राणयति-ते) Usually
-
श्रण् [śraṇ] 1 P., 1 U. (श्रणति, श्रणयति-ते) To give, give away, bestow (usually with वि); विश्राणयन्तो रत्नानि विविधानि बहूनि च [Rām.4.25.31;] निःशेषविश्राणितकोशजातम् [R.5.1.]
-
with
वि prefixed, (विश्राणयति) To give, to present.
Site Search
Input language: