-
altar poem
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 4.276929 | Lang: NA
-
poem
Meanings: 13; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 4.276929 | Lang: NA
-
pattern poem
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 4.276929 | Lang: NA
-
epic poem
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
abstract poem
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
didactic poem
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
heroic poem
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
lyric poem
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
meditative poem
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
private poem
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
prose poem
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
pastoral poem
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 2.038837 | Lang: NA
-
चौरपंचाशिका
‘चौरपंचाशिका’ हे प्रेमकाव्य काश्मिरी कवी बिल्हाना याने ११ व्या लिहीले आहे. This love poem ‘chaurapanchashika' of fifty stanzas was written by the Kasmiri poet Bilhana Kavi in the 11th century.
Type: PAGE | Rank: 1.473441 | Lang: NA
-
चौरपंचाशिका
‘चौरपंचाशिका’ हे प्रेमकाव्य काश्मिरी कवी बिल्हाना याने ११ व्या लिहीले आहे. This love poem ‘chaurapanchashika' of fifty stanzas was written by the Kasmiri poet Bilhana Kavi in the 11th century.
Type: INDEX | Rank: 1.473441 | Lang: NA
-
गोदाकाठचा संधिकाल
’कुसुमाग्रज’ या टोपणनावाने श्री. विष्णू वामन शिरवाडकर (१९१२-१९९९) यांनी मराठीत लेखन केले.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
आस
’कुसुमाग्रज’ या टोपणनावाने श्री. विष्णू वामन शिरवाडकर (१९१२-१९९९) यांनी मराठीत लेखन केले.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
अरविंद
मराठी शब्दसंपत्ति
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
दा. अ. कारे
मराठी शब्दसंपत्ति
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
कवी त्रिलोचन - मार्ग
कवि त्रिलोचन को हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील काव्यधारा का प्रमुख हस्ताक्षर माना जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
गाणी व कविता
दररोजच्या जीवनातील गाणी. Songs from everyday life of Marathi people.
Type: INDEX | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्रीगुरुबोध ग्रंथ - चतुर्थ प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्री मंगेशाचें पद - पद ३०४ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्री मारुतीचीं पदें - पदे ९७ ते १०९
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
तिङन्त काण्ड: - सर्ग १५
`भट्टिकाव्यं' हे संस्कृत भाषेतील एक उत्कृष्ट काव्य आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
गवळण काल्यांतील पदें - पदे ३९१ ते ३९५
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
सदानंद डबीर - उठतील चार रेषा वार्यावरी...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
साधनोपदेशपर पदें - पदे १३४ ते १४०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
मंदार मंजिरी - विसंवाद
भिन्न भिन्न वेळी भिन्न भिन्न मासिकात छापलेली अशी कांही आणि आजपर्यंत मुळींच कोठेहीं न छापलेली कवी विद्याधर वामन भिडे यांची कांही निवडक काव्ये.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
पिंड ब्रह्मांड निवारण - द्वितिय पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
प्रसन्न काण्ड: - सर्ग १४
`भट्टिकाव्यं' हे संस्कृत भाषेतील एक उत्कृष्ट काव्य आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
कवी त्रिलोचन - घटना
कवि त्रिलोचन को हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील काव्यधारा का प्रमुख हस्ताक्षर माना जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्री मदनंताचीं पदें - पदे ३३१ ते ३४४
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
तिङन्त काण्ड: - सर्ग १८
`भट्टिकाव्यं' हे संस्कृत भाषेतील एक उत्कृष्ट काव्य आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
बोरीकर यांजवरील पदे - पदे ३७१ ते ३७४
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
काव्यालङ्कारः - द्वितीयः परिच्छेदः
काव्यालङ्कारः
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
गणेश हरि पाटिल
मराठी शब्दसंपत्ति
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
मंदार मंजिरी - जिताजित
भिन्न भिन्न वेळी भिन्न भिन्न मासिकात छापलेली अशी कांही आणि आजपर्यंत मुळींच कोठेहीं न छापलेली कवी विद्याधर वामन भिडे यांची कांही निवडक काव्ये.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
दत्तात्रय कोंडो घाटे
मराठी शब्दसंपत्ति
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
ग्रीष्माची चाहूल
’कुसुमाग्रज’ या टोपणनावाने श्री. विष्णू वामन शिरवाडकर (१९१२-१९९९) यांनी मराठीत लेखन केले.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
बाल्या-वस्थेंतील पद - पद ३५८ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्री दत्तात्रेयाचीं पदें - पदे ११० ते १२०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्री कपिलेश्वराचीं पदें - पदे २८९ ते २९२
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
कवी त्रिलोचन - मैं कृतज्ञ हूँ
कवि त्रिलोचन को हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील काव्यधारा का प्रमुख हस्ताक्षर माना जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
कवी त्रिलोचन - विनिमय
कवि त्रिलोचन को हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील काव्यधारा का प्रमुख हस्ताक्षर माना जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
कविता संग्रह - चैती
कवि त्रिलोचन को हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील काव्यधारा का प्रमुख हस्ताक्षर माना जाता है।
Type: INDEX | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्रीगुरुबोध ग्रंथ - नवम प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्री शांतादुर्गेचें पद - पद ३०६ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला. N/A
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
कवी त्रिलोचन - कला के अभ्यासी
कवि त्रिलोचन को हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील काव्यधारा का प्रमुख हस्ताक्षर माना जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
श्री रामनाथाचीं पदें - पदे ३२६ ते ३३०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA
-
प्रार्थनापर पदें - पदे १६५ ते १७०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
Type: PAGE | Rank: 0.6268453 | Lang: NA