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मूरति मुहनियाँ राधिकाजूकी...

भजन - मूरति मुहनियाँ राधिकाजूकी...

हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्‌को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।


मूरति मुहनियाँ राधिकाजूकी ।

सुंदर बसन अंग सब राजति बिहँसति बदन मृदुल मुसकनियाँ ॥

सीस चंद्रिका बीज धूल युत कर्णफूल बेसर लटकनियाँ ।

कंठ कंठ श्रीमुक्तन माला हार जटित नव लाख रतनियाँ ॥

बाजू बाजू बटा अजूबा लटकन पहुँची रतन धकनियाँ ।

छुद्रघंटिका राजत मणिमय कर किंकण बाजत झनकनियाँ ॥

अनवट बिछिया आदि दसाँगुर पट युग पायजेब पैजनियाँ ।

रूपकुँवरि महरानी चेरी मातु भक्ति दे अचल अपनियाँ ॥

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Last Updated : December 23, 2007

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