हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|अनुवादीत साहित्य|रूद्रयामल| उत्तरतंत्र|तृतीय पटल| तृतीय पटल तृतीय पटल दीक्षा चक्रविचार अकडमचक्र पद्माकार अष्टदल महाचक्र कुलाकुलचक्र ताराचक्र देवत्वादेवत्वगणविचार राशिचक्र कूर्मचक्र शिवचक्र विष्णुचक्र उत्तर तंत्र - तृतीय पटल रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags : rudrayamaltantraतंत्र शास्त्ररूद्रयामल तृतीय पटल - दीक्षा चक्रविचार रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - अकडमचक्र रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - पद्माकार अष्टदल महाचक्र रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - कुलाकुलचक्र रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - ताराचक्र रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - देवत्वादेवत्वगणविचार रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - राशिचक्र रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - कूर्मचक्र रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - शिवचक्र रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तृतीय पटल - विष्णुचक्र रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : July 28, 2011 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP