विरजस् n. भगवान् नारायण का एक मानसपुत्र, जिसने अपना राज्य छोड़ कर संन्यासव्रत की दीक्षा ली। इसके पुत्र का नाम कीर्तिमत् था
[म. शां. ५९.९४-९६] ।
विरजस् II. n. नारायण नामक शिवावतार का एक शिष्य।
विरजस् III. n. लोकाक्षि नामक शिवावतार का एक शिष्य।
विरजस् IV. n. चाक्षुष मन्वन्तर का एक ऋषि, जो वसिष्ठ एवं ऊर्जा के सात पुत्रों में से एक था
[मा. ४.१.४१] ।
विरजस् V. n. वशवर्तिन् देवों में से एक ।
विरजस् VI. n. एक नाग, जो कश्यप एवं कद्रू के पुत्रों में से एक था ।
विरजस् VII. n. (सो. कुरु.) धृतराष्ट्र के शतपुत्रों में से एक । भीम ने इसका वध किया
[म. द्रो. ११३.११३५*, पंक्ति. २-५] ।
विरजस् VIII. n. एक प्रजापति, जो वारुणि कवि नामक ऋषि के आठ पुत्रों में से एक था । इसके अन्य सात भाईयों के नाम निम्न प्रकार थेः-- कवि, काव्य, धृष्णु, उशनस्, भृगु, विरजस् एवं काशि। इसकी विरजा एवं नड्वला नामक दो कन्याएँ, एवं सुधन्वन् नामक एक पुत्र था । इनमें से विरजा का विवाह ऋक्ष वानर से, एवं नड्वला का विवाह चाक्षुष मनु से हुआ था । वैराज नामक पितर भी इसीके ही पुत्र कहलाते हैं
[ब्रह्मांड. ३.७.२१२] ।