Site Search Input language: Select language देवनागरी Roman Kannada Bengali/Bangla Gurmukhi Gujarati Site Search Google Search Search results Results does not include Ancestry or QnA (Prashna) वटसावित्री कथा सौभाग्य पतीपासून प्राप्त होते म्हणून वटसावित्रीची पूजा सुवासिनी मनोभावे व श्रद्धेने करुन आपल्या पतीला उत्तम आरोग्य, दीर्घायुष्य लाभावे यासाठी हे व्रत करतात. Tags: वटसावित्री, वट, सावित्री, banyan, tree, savitri, pooja, vidhi, पूजा Type: PAGE | Rank: 7.14612 | Lang: NA वटसावित्री पूजा - पूजा सौभाग्य पतीपासून प्राप्त होते म्हणून वटसावित्रीची पूजा सुवासिनी मनोभावे व श्रद्धेने करुन आपल्या पतीला उत्तम आरोग्य, दीर्घायुष्य लाभावे यासाठी हे व्रत करतात. Tags: वटसावित्री, वट, सावित्री, banyan, tree, savitri, pooja, vidhi, पूजा Type: PAGE | Rank: 4.749871 | Lang: NA वटसावित्री पूजा सौभाग्य पतीपासून प्राप्त होते म्हणून वटसावित्रीची पूजा सुवासिनी मनोभावे व श्रद्धेने करुन आपल्या पतीला उत्तम आरोग्य, दीर्घायुष्य लाभावे यासाठी हे व्रत करतात. Tags: banyan, tree, pooja, savitri, vidhi, पूजा, वट, वटसावित्री, सावित्री, विधी Type: INDEX | Rank: 4.749871 | Lang: NA आरती वटसावित्रीची - अश्वपती पुसता झाला । नार... देवीदेवतांची काव्यबद्ध स्तुती म्हणजेच आरती. The poem composed in praise of God is Aarti. Tags: आरती, वटसावित्री, vatsavitri, arati Type: PAGE | Rank: 1.485615 | Lang: NA वटसावित्री Meanings: 4; in Dictionaries: 4 Tags: marathi, hindi, sanskrit Type: WORD | Rank: 1.446426 | Lang: NA वडसावित्री Meanings: 2; in Dictionaries: 2 Tags: marathi, hindi, sanskrit Type: WORD | Rank: 0.1705088 | Lang: NA वड Meanings: 26; in Dictionaries: 5 Tags: বটগছ, फाख्रि बिफां, বটগাছ, વડ, बरगद, ಆಲದ ಮರ, بَرگَد, वड, വടവൃക്ഷം, ꯈꯣꯡꯅꯥꯡ꯭ꯄꯥꯝꯕꯤ, बर, ବରଗଛ, ਬੋੜ੍ਹ, न्यग्रोधः, ஆலமரம், మర్రిచెట్టు, برگد, بڑ, جَٹِی, نندی, شفاروح বটগছ, फाख्रि बिफां, বটগাছ, વડ, बरगद, ಆಲದ ಮರ, بَرگَد, വടവൃക്ഷം, वड, ꯈꯣꯡꯅꯥꯡ꯭ꯄꯥꯝꯕꯤ, बर, ବରଗଛ, ਬੋੜ੍ਹ, न्यग्रोधः, ஆலமரம், మర్రిచెట్టు, برگد, بڑ, جَٹِی, نندی, شفاروح Type: WORD | Rank: 0.02009466 | Lang: NA व्रतोद्यापन प्रयोगः - पूजा भाग ३७ व्रत केल्यावर त्याचे उद्यापन पूर्ण झाल्याशिवाय फळ मिळत नाही , म्हणून उद्यापनांच्या प्रयोगांचा संग्रह . व्रत उद्यापनाने यजमानाची कर्मपूर्ति होते . Tags: व्रत, धर्म, vrat, dharma, उद्यापन Type: PAGE | Rank: 0.01004733 | Lang: NA ज्येष्ठ पौर्णिमा Jyeshtha Purnima Tags: पंचांग, दिनावली, ज्येष्ठ, मास, jyeshtha, month Type: PAGE | Rank: 0.01004733 | Lang: NA द्वितीय परिच्छेद - ज्येष्ठमास निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल, याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे. Tags: निर्णयसिंधु, ग्रंथ, nirnay, sindhu, pustak Type: PAGE | Rank: 0.01004733 | Lang: NA ग्रामगीता - अध्याय तेविसावा जनसेवा हीच ईशसेवा मानणारे तुकडोजी महाराज हे समाजसुधारक संत होते. Tags: तुकडोजी, ग्रामगीता, grama, gita, tukadoji Type: PAGE | Rank: 0.007535497 | Lang: NA श्यामची आई - रात्र पहिली ’ श्यामची आई’ हे पुस्तक सुंदर, सुगंधी आणि सुरसच नसून, हृदयातील सारा जिव्हाळा यात साने गुरूजींनी ओतलेला आहे. Tags: साने, गुरूजी, sane, guruji, श्यामची, आई, पुस्तक, syamachi, aai, book Type: PAGE | Rank: 0.00627958 | Lang: NA पांडवप्रताप - अध्याय २८ वा पांडवप्रताप ग्रंथवाचन म्हणजे चंचल मनाला भक्तियोगाकडे वळविण्याचा प्रवास. Tags: पांडवप्रताप, पोथी, pothi, pandavapratap, grantha, ग्रंथ Type: PAGE | Rank: 0.005023664 | Lang: NA व्रत परिचय तथा नियम व्रत हिंदू संस्कृति एवं धर्मके प्राण है;व्रतोंपर वेद, धर्मशास्त्रों, पुराणों तथा वेदाङ्गोंमें बहुत कहा गया है । Tags: व्रत, vrat, हिंदी Type: PAGE | Rank: 0.005023664 | Lang: NA Folder Page Word/Phrase Person Loading, please wait .. Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP