हिंदी सूची|
हिंदी साहित्य|
भजन|
रसखानि|
सेस , महेस , गनेस , दिनेस...
भजन - सेस , महेस , गनेस , दिनेस...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
सेस, महेस, गनेस, दिनेस, सुरेसहु जाहि निरन्तरगावैं ।
जाहि अनादि, अनन्त, अखण्ड, अछेद, अभेद सुबेद बतावैं ॥
नारद-से सुक ब्यास रटैं, पचिहारे, तऊ पुनि पार न पावैं ।
ताहि अहीरकी छोहरीयाँ छछियाभरि छाछपै नाच नचावैं ॥
N/A
References : N/A
Last Updated : December 25, 2007
TOP