माघ कृष्णपक्ष व्रत - अर्धोदय

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


अर्धोदय

( महाभारत ) - माघ कृष्ण अमावस्याको रविवार, व्यतीपात और श्रवण हो तो ' अर्धोदय ' योग होता है । इस योगमें स्कन्द- पुराणके लेखानुसार सभी स्थानोंका जल गङ्गतुल्य हो जाता है और सभी ब्राह्मण ब्रह्मसंनिभ शुद्धात्मा हो जाते हैं । अतः इस योगमें यत्किञ्चित् किये हुए स्त्रान - दानादिका फल भी मेरुसमान होता है ।

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Last Updated : January 01, 2002

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