हिंदी सूची|पूजा एवं विधी|नित्य कर्म पूजा|स्नानसे पूर्वके कृत्य|शौचाचार| परिस्थिति-भेदसे शौचमें भेद शौचाचार शौच-विधि मूत्र-शौच-विधि परिस्थिति-भेदसे शौचमें भेद आभ्यन्तर शौच परिस्थिति-भेदसे शौचमें भेद प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे. Tags : devatadevipoojaदेवतादेवीपूजा परिस्थिति-भेदसे शौचमें भेद Translation - भाषांतर शौच अथवा शुध्दिकी प्रक्रिया परिस्थितिके भेदसे बदल जाती है । स्त्री और शूद्रके लिये तथा रातमें अन्योके लिये भी यह आधी हो जाती है । यात्रा (मार्ग) में चौथाई बरती जाती है । रोगियोंके लिये यह प्रक्रिया उनकी शक्तिपर निर्भर हो जाती है । शौचका उपर्युक्त विधान स्वस्थ गृहस्थोंके लिये है । ब्रह्मचारीको इससे दुगुना, वानप्रस्थोंको तिगुना और संन्यासियोंको चौगुना करना विहित है । N/A References : N/A Last Updated : November 25, 2018 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP