अध्याय विषय
१ कृष्णावतार प्रस्तावना
२ ब्रह्मस्तुति
३ कृष्णजन्म व गोकुळगमन
४ दुर्मंत्रकथन
५ जातकर्मवर्णन
६ पूतना - मारण
७ शकट - तृणावर्त - भंजन व विश्वरूपदर्शन
८ नामकरण, बालक्रीडा, विश्वरूपदर्शन महोदयकथन
९ दधिनिर्मंथन, दामोदरबंधन
१० यमलार्जुन - उन्मूलन
११ वृंदावनक्रीडा, वत्सात्सुर - बकासुर - वध
१२ अद्यवध
१३ विरिचि - विभव - दर्शन
१४ कौमारलीला, ब्रह्मस्तुति
१५ धेनुकवध
१६ कालियनिर्यापण
१७ कालियानिर्यापण, दावाग्निप्राशन
१८ प्रलंबवध
१९ दावानलप्राशन
२० प्रावृट - शरत्काल - वर्णन
२१ वृंदावन - वेणुवादनक्रीडा, मिथ्यागोपीसंवाद
२२ कात्यायनीव्रत, गोपीवस्त्राहरण
२३ यज्वपत्न्याख्यान
२४ इंद्रविषाद
२५ गोवर्धनोद्धरण
२६ गोपविस्मय, नंदोपदेश
२७ अमरेंद्र - हर - ब्रह्मेंद्र - साम्राज्य - गोविंदपट्टाभिषेक
२८ वरुणलोकानंदानयन, वैकुंठदर्शन
२९ कृष्ण - गोपिका - संवाद
३० भगवदन्वेषण
३१ गोपीगीत ( समश्लोकीसह )
३२ कृष्णदर्शन हर्षावाप्ति
३३ रासक्रीडावर्नन
३४ अंबिकावनयात्रा
३५ युग्मगीतकथन
३६ अरिष्टवध, नारद - कंस संवाद, अक्रुराज्ञापन
३७ व्योमासुरवध
३८ अक्रूर - श्रीकृष्ण - सप्रेम दर्शन
३९ राम - कृष्ण - अक्रूर - मधुराभिगमन
४० अक्रूर - कृत - श्रीकृष्णस्तुति
४१ मथुराप्रवेश, रजकवध
४२ धनुर्भंग, कंससेनाहनन, मल्लरंगवर्णन
४३ कुवलयापीडवध, रंगप्रवेश
४४ समल्ल - कंसवध
४५ श्रीराम - कृष्ण - व्रतबंध, विद्याभ्यसन, गुरुपुत्रानयन
४६ उद्धव - व्रजाभिगमन, नंदयशोदा - प्रबोधन
४७ भ्रमरगीत, गोपीप्रबोधन, उद्धवमधुराभिगमन
४८ कुब्जासनाथीकरण, अक्रूर - सदनाभिगमन, अक्रूर - हस्तिनापूरगमन
४९ कुंती - सांत्वन, धृतराष्ट्रबोध, अक्रूर - मथुराभिगमन
५० कृष्ण - जरासंध - युद्ध - कालयवनाचें मथुरेवर आक्रमण द्वारका - निर्मिती
५१ कालयवन - वध, मुचकुंद - चरित्र, मुचकुंदकृत कृष्णस्तवन, मुचकुंदास वरदान
५२ मुचकुंदतपोऽभिगम, जरासंध प्रलंभनआवर्त रैवताख्यान - रुक्मिणीपत्रिकार्पण
५३ रुक्मिणीहरण
५४ यादव - शिशुपालादि - युद्ध, कृष्ण - रुक्मिणीविवाह
५५ प्रद्युम्नावतार, शंबर - वधादि - वर्णन
५६ जांबवती - सत्यभामा यांचा श्रीकृष्णाशी विवाह
५७ स्यमंतकाख्यानाची समाप्ती
५८ श्रीकृष्णाची पंच पाणिग्रहणे
५९ भौमासुरवध, पारिजातहरण, षोडशसहस्र नृपकन्यापाणिग्रहण
६० कृष्ण - रुक्मिणी प्रेमकलह
६१ श्रीकृष्णसंतती, पुत्रपौत्रादि - विवाह - कथन
६२ अनिरुद्ध - बंधन
६३ श्रीकृष्ण - शिव - युद्ध, बाणबाहुखंडन, उषानिरुद्ध - विवाह
६४ नृगाख्यान
६५ बलदेव - विजय, यमुनाकर्षण
६६ पौण्ड्रक - काशीराज - वध
६७ द्विविदवानर - वध
६८ बलभद्रविजय, सांभ - लक्ष्मणा - विवाह
६९ षोडशसहस्र हरिलीलावलोकनलालसा, नारद - निर्यापण
७० भगवदाह्निक, नृपग्लानिकथन, नारदागमन, युधिष्ठिर - वृत्तांत विचारण
७१ इंद्रप्रस्थात कृष्णगमन
७२ जरासंधवध
७३ नृपविमोक्षण
७४ चैद्यवधादि, राजसूयकथन
७५ राजसूयसमाप्ति, दुर्योधनविषादकथन
७६ शाल्व - प्रद्युम्न - समरवर्णन
७७ शाल्ववध
७८ वक्रदंत - विदूरथ - वध, रामहस्तें सुतहनन
७९ बल्वलवध, बलरामयात्रासमाप्ति
८० भगवद्ब्राह्मणसंवादे गुरुपरिर्यानुस्मरण
८१ पृथुकाख्यान ( सुदामा )
८२ सूर्योपरागतीर्थयात्रा
८३ वृष्णिकुरुसंगमवर्णन
८४ कुरुक्षेत्रयात्रा, वसुदेवमखवर्णन, नंदवसुदेवसंवाद
८५ वसुदेवकृत वासुदेवस्तवन, देवकीष्ट्पुत्रानयन
८६ सुभद्राहरण, श्रुतदेवमैथिलानुग्रहकरण
८७ वेदस्तुतिनिरूपण
८८ हरिहरोभयशीलपरीक्षार्थ वृकासुरोपाख्यान
८९ देवत्रयपरीक्षण, द्विजपुत्रानयन
९० श्रीकृष्णलीलाचरितकथा