हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|अनुवादीत साहित्य|रामदासकृत हिन्दी मनके श्लोक|तत्त्वान्वय का| तत्त्वान्वय का तत्त्वान्वय का ॥ समास पहला - वाल्मीकस्तवननिरूपणनाम ॥ ॥ समास दूसरा - सूर्यस्तवननिरूपणनाम ॥ ॥ समास तीसरा - पृथ्वीस्तवननिरूपणनाम ॥ ॥ समास चौथा - आपनिरूपणनाम ॥ ॥ समास पांचवां - अग्निनिरूपणनाम ॥ ॥ समास छठवा - वायुस्तवननिरूपणनाम ॥ ॥ समास सातवां - महद्भूतनिरूपणनाम ॥ ॥ समास आठवां - आत्मारामनिरूपणनाम ॥ ॥ समास नववां - नानाउपासनानिरूपणनाम ॥ ॥ समास दसवां - गुणभूतनिरूपणनाम ॥ दशक सोलहवां - तत्त्वान्वय का 'ऐसी इसकी फलश्रुति' डॉ. श्री. नारायण विष्णु धर्माधिकारी कृत. Tags : hindimanache shlokramdasमनाचे श्लोकरामदासहिन्दी तत्त्वान्वय का - ॥ समास पहला - वाल्मीकस्तवननिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास दूसरा - सूर्यस्तवननिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास तीसरा - पृथ्वीस्तवननिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास चौथा - आपनिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास पांचवां - अग्निनिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास छठवा - वायुस्तवननिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास सातवां - महद्भूतनिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास आठवां - आत्मारामनिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास नववां - नानाउपासनानिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A तत्त्वान्वय का - ॥ समास दसवां - गुणभूतनिरूपणनाम ॥ श्रीसमर्थ ने इस सम्पूर्ण ग्रंथ की रचना एवं शैली मुख्यत: श्रवण के ठोस नींव पर की है । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : December 04, 2023 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP