हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|अनुवादीत साहित्य|रूद्रयामल| उत्तरतंत्र|बाइसवाँ पटल| बाइसवाँ पटल बाइसवाँ पटल षट्चक्रसारसंकेत विशुद्धचक्रमहापद्मविवेचन उत्तर तंत्र - बाइसवाँ पटल रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags : rudrayamaltantraतंत्र शास्त्ररूद्रयामल बाइसवाँ पटल - षट्चक्रसारसंकेत रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A बाइसवाँ पटल - विशुद्धचक्रमहापद्मविवेचन रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है । Tags: रूद्रयामल, तंत्र शास्त्र, rudrayamal, tantra shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : July 30, 2011 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP