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frightening
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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fearsome
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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horrendous
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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dire
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
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direful
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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dreaded
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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dreadful
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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awful
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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fearful
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
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horrific
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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terrible
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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dread
Meanings: 18; in Dictionaries: 5
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alarming
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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horrible
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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पुरंदरायण - महाभारत कथासार
कन्नड संतकवी हरिदास पुरंदरदास ह्यांचे जीवन दर्शन..
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रश्मिरथी - तृतीय सर्ग - भाग २
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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मंत्रः - श्रीलक्ष्मीनृसिंहार्तिः
उपासना विभागातील मंत्र सिद्ध केल्यास त्याची प्रचिती लगेचच मिळते , या विभागात उपासनेसाठीचे मंत्र आहेत .
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स्कंध ४ था - अध्याय ११ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
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स्कंध ४ था - अध्याय २२ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
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रोग हनन व्रत - ज्वर की जानकारी
व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।
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सुन्दरकाण्ड - दोहा ५१ से ६०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
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गणेश गीता - अध्याय २
श्री गणेश पुराणाचे पारायण केल्याने समाधान मिळते आणि जीवनातील सर्व पापे नष्ट होतात.
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बृहत्संहिताः - अध्याय ४५
’बृहत्संहिता’ ग्रंथात वास्तुविद्या, भवन निर्माण कला, वायुमंडळाची रचना, वृक्ष आयुर्वेद इ. विषय अंतर्भूत आहेत.
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गोष्ट सोळावी
संस्कृत नीतिकथांमध्ये पंचतंत्र कथांचे प्रथम स्थान मानले जाते.
The fascinating stories told by Vishnu Sharma, called Panchatantra.
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स्कंध १० वा - अध्याय २९ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
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अरण्यकाण्ड - दोहा ११ से २०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
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लंकाकाण्ड - दोहा ८१ से ९०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
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गणेश गीता - अध्याय १
श्री गणेश पुराणाचे पारायण केल्याने समाधान मिळते आणि जीवनातील सर्व पापे नष्ट होतात.
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द्वितीय पाद - संहिताप्रकरण
` नारदपुराण ’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द- शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
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