Dictionaries | References S Siṃhāsana-dvātriṃśikā or Vikramāditya-caritra, Jaina recension Siṃhāsana-dvātriṃśikā or Vikramāditya-caritra, Jaina recension Variations : Siṉhâs.; siṉhâs | Show All रूपस्विनी रोचना रोहिणीशकट लाघविन् लापिनिका लावण्यलहरी लावण्यवती लीलायित लीलावती लुण्ठ् वचोमार्गातीत वनीक वनीपक वनीयक वरतर वर्णव्यवस्था वसन्तराज वसुधाधर वह्निधौत वाग्दान वाग्यज्ञ वाङ्मयदेवता वामकटिस्थ वामकुक्षि वामपार्श्व वारिवान वाहावली विक्रमनरेश्वर विक्रमसभा विघट्टनीय विचारपर विजयन्ती विजयपाल विजयसेन विजया वितथवाच् विद्याधर विद्यावती विद्याविहीन विद्युत्प्रभा विपर्यस्तता विरलीकृ विलासरसिका विषमायुध विषमाशन विष्णुवाहन वीखा वेतालपुर वेषधर वैकुण्ठपुरी वैताल वैतालपुर वैदान्तिक वैश्यपुत्र वैहाली शंकरकिंकर शक्रावतारतीर्थ शतपथ शाब्दिक शारदानन्दन शालित शालिभद्र शालिवाहन शाल् शिरःकृन्तन शिवसमरस शुकप्रिया शुक्रगृह शृङ्गारकलिका शृङ्गारिका शेवधि शेवालघोष शैलेन्द्रसुता शैवालक शोणितप्रिया शौनकि श्यामा श्रीकण्ठकण्ठतटिनी श्रीकण्ठदेव श्रुतशालिन् श्लेषोक्ति संग्रह संघट् संघपुरुष संघोषिणी संनिकुञ्च् संवीतिन् संसारकारागृह सकर्ण सत्त्वशालिन् सत्त्वाधिक सत्त्वाधीन सत्रिकूट सदाफल सद्गुरु सपोत सप्तद्वीपवत् सप्तभूमिमय सप्तमूर्तिमय सप्तलक्षणमय | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP