श्रुतिकीर्ति n. (सो. कुरु.) एक राजकुमार, जो अर्जुन एवं द्रौपदी के पुत्रों में से एक था
[म. आ. ९०.८२, ५७.१०२] ;
[द्रो. २२.२५] ;
[भा. ९.२.२९] । यह विश्र्वेदेव के अंश से उत्पन्न हुआ था । इसे श्रुतकर्मन् नामांतर भी प्राप्त था
[म. आ. २१३.७३] । इसके रथ के अश्व चास पक्षो के पंखों के वर्ण के थे
[म. द्रो. २२.२५] । भारतीय युद्ध में शल्य के साथ इसका युद्ध हुआ, जिसमें यह पराजित हुआ था । अश्वथामन् के द्वारा किये गये रात्रियुद्ध में यह मारा गया
[म. सौ. ८.५८] ।
श्रुतिकीर्ति II. n. (स्त्री) कुशध्वज जनक राजा की कन्या, जो राम दशरथि के कनिष्ठ भाई शत्रुघ्न की पत्नी थी
[वा. रा. बा. ७३.३३] ।
श्रुतिकीर्ति III. n. (स्त्री) केकय देश के धृष्टकेतु शारदण्डायनि की पत्नी, जो शूर राजा की कन्या, एवं वसुदेव की बहन थी । इसकी कन्या का नाम भद्रा था, जो कृष्ण की पत्नी थी । इसके कुल चार पुत्र थे, जिनमें अनुव्रत प्रमुख था
[भा. ९.२४.३०] ।