हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|कृष्णदास| जब तें स्याम सरन हौं ... कृष्णदास जब तें स्याम सरन हौं ... बाल दसा गोपालकी सब का... मो मन गिरिधरछबिपै अटक्... भजन - जब तें स्याम सरन हौं ... हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags : bhajankrishnadasकृष्णदासभजन देवगंधार Translation - भाषांतर जब तें स्याम सरन हौं पायौ । तबतें भैंट भई श्रीबल्लभ, निज पति नाम बतायौ ॥ और अबिद्या छाँड़ि मलिन मति, स्त्रुतिपथ आय दृढ़ायौ । कृष्णदास जन चहुँ जुग खोजत, अब निहचै मन आयौ ॥ N/A References : N/A Last Updated : December 21, 2007 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP