ऋषि-तर्पण

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


ऋषि-तर्पण
इसी प्रकार निम्नलिखित मन्त्रवाक्योंसे मरीचि आदि ऋषियोंको भी एक-एक अंजलि जल दे-
ॐ मरीचिस्तृप्यताम्। ॐ अत्रिस्तृप्यताम्। ॐ अंगीरास्तृप्यताम्। ॐ पुलस्त्यस्तृप्यताम्। ॐ पुलहस्तृप्यताम्‍ । ॐ क्रतुस्तृप्यताम्। ॐ वसिष्ठस्तृप्यन्ताम् । ॐ प्रचेतास्तृप्यताम्। ॐ भृगुस्तृप्यताम्। ॐ नारदस्तृप्यताम्।

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Last Updated : December 02, 2018

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