पुराणों में निर्दिष्ट राजाओं की तालिका

पुराणों में निर्दिष्ट राजाओं की तालिका
पौराणिक साहित्य में निर्दिष्ट विभिन्न वंशावलियों का निर्देश इससे पहले ही किया जा चुका है । इन राजाओं की जो जानकारी उपलब्ध है, उससे उनका निश्चित कालनिर्णय एवं उनके समकालीन अन्य राजाओं की पर्याप्त जानकारी प्राप्त होती है ।
इसी जानकारी को मूलाधार मान कर पौराणिक साहित्य में निर्दिष्ट राजाओं की तालिका अगले पृष्ठ पर दी गयी है, जहाँ इन राजाओं की नामावलि सूर्य एवं सोम वंशों के विभिन्न उपशाखाओं के अनुक्रम से दी गयी है।

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यह तालिका विभिन्न राजाओं के समकालीनत्व का ख्याल रख कर दी गयी है, एवं हर एक राजा की पीढी का स्पष्ट रुप से निर्देश किया गया है, जहाँ वैवस्वत मनु की पीढी पहली मानी गयी है । इस तालिका के निरीक्षण के लिए निम्नलिखित सूचनाएँ महत्त्वपूर्व प्रतीत होती है : -

  1. पौराणिक साहित्य में निर्दिष्ट राजाओं की तालिका संपूर्ण नहीं है, एवं उनमें बहुत सारे नाम अप्राप्य हैं । पौराणिक साहित्य में से सबसे प्रदीर्घ इक्ष्वाकुवंश भी इस न्यूनता से अलिप्त नहीं है । पौराणिक साहित्य में अप्राप्य राजाओं के नाम तालिका में ( ... ) इस प्रकार बताये गये हैं ।
  2. जिन राजाओं की समकालीनता स्पष्टरुप से सिद्ध हो चुकी है, उनके नाम तालिका में स्पष्ट अक्षरों में दिये गये हैं, एवं जिनकी समकालीनता केवल तर्काधिष्ठित ही है, उनके नाम सादे अक्षरों में दिये गये है ।
  3. इन राजाओं में से जिन राजाओं का निर्देश वैदिक साहित्य में प्राप्त है, उनके आगे ( * ) चिन्ह लगाया गया है ।
  4. तालिकाओं में निर्दिष्ट प्रमुख राजाओं के समकालीनता के प्रमाण जब ‘ प्राचीन चरित्रकोश ’ में दिये गये उन व्यक्तियों के चरित्र में प्राप्त हैं, उनके नाम अधोरेखांकित किये गये हैं । इसी कारण समकालीनता का स्पष्टीकरण तालिकाओं में नहीं दिया गया है ।
  5. तालिका के दाहिनी एवं बायी ओर दिये गये क्रमांक पीढीयों के निर्देशक नहीं, बल्कि अनुक्रम के निर्देशक हैं ।
  6. पौराणिक साहित्य, रामायण एवं महाभारत में प्राप्त वंशावलियों में उन्हीं राजपुरुषों के एवं राजाओं के नाम दिये गये हैं, जो राजगद्दी पर अधिष्ठित थे । राजपरिवार के अन्य सदस्यों के, अथवा वर्णांतर से ब्राह्मण वैश्यादि हुए राजाओं के नाम वहाँ अप्राप्य है ।
  7. इसी कारण इक्ष्वाकु, निमि एवं है हय वंश में से अनेक राजपुरुषों के नाम इस वंशावलि में नहीं दिये गये हैं ।
  8. तालिका के चौदहवे स्तंभ में दिये गये संभाव्यकाल परंपरागत पौराणिक साहित्य में प्राप्त परंपरा के अनुसार दिये गये हैं ।
*चिन्हांकित राजाओं के प्रस्तरलेख अथवा सिक्के उपलब्ध हैं, जिनके कारण उनकी ऐतिहासिकता सुनिश्चित है ।

0 संभाव्य काल सू. इ. (अयोध्या) सू. निमि. (मिथिला) सू. दिष्ट. (वैशाली) सो. अमा.
(कान्यकुब्ज)
सो. पुरुरवस्
(प्रतिष्ठान)
सो. तुर्वसु. सो. द्रुह्यु. सो. सह.
(हैहय) (महिष्मती)
सो. यदु. सो. अनु. सो. अनु. तितिक्षु सो. क्षत्र (काशी) अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
1 इ. पू.
३१००
मनु मनु मनु मनु मनु             मनु हिरण्याक्ष,
हिरण्यकशिपु
2   *इक्ष्वाकु *इक्ष्वाकु *नाभानेदिष्ट इला इला             इल प्रल्हाद
3   विकुक्षि (शशाद) निमि   पुरुरवस् *पुरुरवस्             पुरुरवस् बलि
4   ककुत्स्थ     अमावसु आयु             आयु विप्रचित्ति,
तारक
5   अनेनस् मिथि जनक *भलंदन   *नहुष, रजि             क्षत्रवृद्ध वृषपर्वन्
6 इ. पू.
३०००
पृथुरोमन्   *वत्सप्री भीम ययाति               पण्डामर्क,
देवासुर,
संग्राम
7   विश्वरंधि       *पूरु *तुर्वसु द्रुह्यु *यदु *यदु *अनु   सुनहोत्र, प्रति  
8   चंद्र (आर्द्र) उदावसु प्रांशु   जनमेजय १.     सहस्रजित् क्रोष्टु     क्षेत्र  
9   युवनाश्व १.     कांचनप्रभ प्राचीन्वत् (अविद्ध)             काश्य  
10   शा (श्रा) वस्त   प्रजानि   प्रवीर     शतजित् वृजिनीवत     काशिराज  
11     नंदिवर्धन     अविद्ध             राष्ट्र  
12       खनित्र सुहोत्र १. मनस्यु वह्नि बभ्रु हैहय स्वाहि सभानर   दीर्घतपस्  
13       क्षुप   अभय             धर्म  
14   बृहदश्व सुकेतु विंश   सुद्युम्न, धुंधु     धर्मनेत्र रशादु     धन्वतरि  
15   कुवलयाश्व   विविश जह्नु बहुगवि     कुंति          
16   दृढाश्व             साहंजि       केतुमत्  
17   प्रमोद देवरात   सुहोत्र २. संयाति   सेतु महिष्मत् चित्ररथ कालानल      
18   हर्यश्व १.   खनिनेत्र     भर्ग           भीमरथ  
19   निकुंभ     अजक भद्राश्व (रौद्राश्व)     भद्रश्रेण्य       दिवोदास १.  
20   बर्हणाश्व                     अष्टारथ  
21   (संहताश्व)     बलाकाश्व ऋतेयु (ऋचेयु)                
22   कृशाश्व   अतिभूति             सृंजय      
23   प्र (सेनजित्) रेणु   करंधम कुश अन्तिनार भोनाग रिपु (मांधातृ)            
24   युवनाश्व २.   अविक्षित्   तंसु       शशबिन्दु        
25 इ. पू.
2750
*मांधातृ बृहद्रथ मरुत्त कुशाश्व,
कुशिक
    अंगार दुर्दम          
26   *पुरुकुत्स   नरिष्यन्त *गाधि किंवा     गांधार     पुरंजय      
27   *त्रसदस्यु   दम *गाथिन्                  
28   (संभूत) महावीर्य राज्यवर्धन       धर्म   पृथुश्रवस्        
29   अनरण्य   सुधृति           (तम) जनमेजय     रावण
30   त्रसदश्व   नर       धृत धनक (कनक)          
31   हर्यश्व २.   केवल     त्रिसानु     उशनस् महाशाल      
32   (वसुमत् और
वसुमनस्)
सुधृति बंधुमत्     करंधम     [ शिनेयु ]        
33   त्रिधन्वन्   वेगवत्       दुर्गमा वृतवीर्य मरुत्त महामनस्   हर्यश्व  
34   *त्रैय्यारुण   बुध           कंबलबर्हिष उशीनर तितिक्षु   वृष जान
35   त्रिबंधन   तृणबिंदु           रुक्मकवच शिबि   सुदेव  
36       विशाल (विश्रवस)       प्रचेतस्            
37 इ. पू.
2550
सत्यव्रत त्रिशंकु धृष्टकेतु हेमचंद्र विश्वामित्र   *मरुत्त   वार्तवीर्य (परावृत्त)     *दिवोदास २.  
0 संभाव्य काल सू. इ. (अयोध्या) सू. निमि.
(मिथिला)
सू. दिष्ट. (वैशाली) सो. अमा.
(कान्यकुब्ज)
सो. पुरुरवस्
(प्रतिष्ठान)
सो. तुर्वसु. सो. द्रुह्यु. सो. सह.
(हैहय) (महिष्मती)
सो. यदु. सो. अनु. सो. अनु. तितिक्षु सो. क्षत्र (काशी) अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
0 संभाव्य काल सू. इ.
(अयोध्या)
सू. निमि.
(मिथिला)
सू. दिष्ट.
(वैशाली)
सो. अमा.
(कान्यकुब्ज)
सो. पुरुरवस्
(प्रतिष्ठान)
सो. तुर्वसु. सो. नील. सो. सह.
(हैहय)
(महिष्मती)
सो. यदु. सो. अनु. सो. अनु. तितिक्षु सो. क्षत्र (काशी) अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
38   *हरिश्चंद्र   सुचंद्र         (वृषण) ज्यामघ केकय (गोपति)      
39   रोहित     मधुच्छंदस
(अष्टक लौहि)
                 
40   हरित, चंप         *दुष्यन्त   जयध्वज विदर्भ मद्रक      
41   विजय हर्यश्व       शरुथ     क्रथ   वृषद्रथ    
42   भरुक मरु   नय   जनापीड     कुंति        
43   वृक         (आंडीर)     धृष्ट   सेन    
44   बाहु (फल्गुतंत्र) प्रतीपक धूम्राश्च     पांड्यादि   तालजंघ
वीतिहोत्र
निर्वृति        
45   सगर             (* वीतहव्य) (विदूरथ)     * प्रतर्दन  
46   असमंजस्       *दुष्यन्त     अनंत दशार्ह     वत्स  
47     कृतिरथ     * भरत     दुर्जय व्योमन्   सुतपस् बलि अलर्क रावण
48   अंशुमत्       भरद्वाज     सुप्रतीक जीमूत   अंग    
49           वितथ       विकृति     सन्नति  
50   दिलीप १. देवमीढ     भुवन्मन्यु       भीमरथ     सुनीथ  
51           बृहत्क्षत्र       रथवर        
52       सृंजय   सुहोत्र       दशरथ   दधिवाहन
(अनपान)
सुकेतु  
53     विसृत     हस्तिन् सो. अज. सो. नील सो. द्विमीढ एकादशरथ        
54   * भगीरथ अथवा       * अजमीढ दक्षिण पांचाल उत्तर पांचाल द्विमीढ शकुनि     धर्मकेतु  
55   भगेरथ       ऋक्ष, *जह्नु बृहदिपु नील यवीनर करंभक        
56   श्रुत महाधृति       बृहद्वसु सुशांति   देवरात     सत्यकेतु  
57   नाभाग         बृहत्कर्मन् पुरुजानु   देवक्षत्र        
58   अम्बरीष         जयद्रथ रिक्ष धृतिमत् देवन     विभु  
59   सिंधुद्वीप कृतिरात सहदेव     विश्वजित् भर्म्याश्च   मधु   दिविरथ    
60   अयुतायु             सत्यधृति पुरुवस     सुविभु  
61   ऋतुपर्ण               पुरुद्धत्        
62   सर्वकाम           मुद्गल दृढनेमि       सुकुमार  
63   सुदास महारोमन्         (ब्रह्मिष्ठ)            
64   मित्रसह कल्माषपाद                   धर्मरथ    
65                         धृष्टकेतु  
66   अश्मक         सेनाजित् वध्‍र्‍यश्व            
67   मूलक                        
68   दशरथ १. स्वर्णरोमन् कृशाश्व         सुवर्मन्          
69   ऐडविड                     वेणुहोत्र  
70   विश्वसह १.             सार्वभौम          
71   दिलीप खट्वांग २.         रुचिराश्व              
72   दीर्घबाहु ह्नस्वरोमन्                   भर्ग  
73   रघु             महत्पौरव          
74   अज       संवरण                
75   दशरथ २. सीरध्वज प्रमति   कुरु   *दिवोदास   जन्तु   चित्ररथ (लोमपाद)    
0 संभाव्य काल सू. इ.
(अयोध्या)
सू. निमि.
(मिथिला)
सू. दिष्ट.
(वैशाली)
सो. अमा.
(कान्यकुब्ज)
सो. पुरुरवस्
(प्रतिष्ठान)
सो. तुर्वसु. सो. नील. सो. सह.
(हैहय) (महिष्मती)
सो. यदु. सो. अनु. सो. अनु. तितिक्षु सो. क्षत्र (काशी) अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
0 संभाव्य काल सू. इ.
(अयोध्या)
सू. निमि.
(मिथिला)
सू. दिष्ट.
(वैशाली)
सो. मगध. सो. कुरु. सो. अज.
(दक्षिण पांचाल)
सो. नील.
(उत्तर पांचाल)
सो. द्विमीढ. सो. यदु. सो. यदु. सो. अनु. सो. क्षत्र अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
76 इ. पू.
१९५०
राम कुशध्वज परिक्षित् सुधन्वन् जह्नु पृथुसेन मित्रयु रुक्मरथ भीम सात्वत   चतुरंग   रावण
77   कुशलव भानुमत जनमेजय सुहोत्र सुरथ   मैत्रेय (सोम)   अंधक भजमान, वृष्णि      
78   अतिथि प्रद्युम्न शतद्युम्न   च्यवन (ऋक्ष)   (*सृंजय) सुपार्श्व कुकुर        
79   निषध मुनि   कृत सार्वभौम   च्यवन ** पंचजन,
(पिजवन)
  धृष्ट विदूरथ      
80   नल ऊर्जवह सो. चैद्य. वसु चैद्य जयत्सेन   *सुदास   (वृष्णि शूर     दाशराज्ञ युद्ध
81   नभ सुतद्वाज प्रत्यग्रह बृहद्रथ अराधिन्   *सहदेव सुमति धृति) शमिन् पृथुलाक्ष    
82   पुंडरीक *कुणि (शकुनि)   (कुशाग्र) महासत्त्व पार १. *सोमक   कपोतरोमन प्रतिक्षत्र चंप    
83   क्षेमधन्वन् (पौंडरीक) *रंजन (अंजन)   ऋषभ अयुतायु   जन्तु, पृषत्       हर्येग    
84   देवानीक (*उग्रदेव)   पुष्पवत् अक्रोधन     सन्नतिमत्   स्वयंभोज भद्ररथ    
85   अहीन *क्रतुजित्   सत्यहित देवातिथि       (तैत्तिरि)   बृहत्कर्मन्    
86   पारियात्र अरिष्टनेमि   सुधन्वन् ऋक्ष २. नीप       ह्रदीक बृहद्रथ    
87   बल (दल) श्रुतायु   ऊर्ज भीमसेन           बृहद्भानु    
88   स्थल सुपार्श्व   नभस् दिलीप     सनति विलोमन्        
89   उक्थ संजय   (संभव)   समर              
90   वज्रनाभ क्षेमारि             भव   बृहन्मनस    
91   खगण अनेनस्       पार २.     (नल)        
92   विधृति मीनरथ           कृत किंवा कृति          
93   (व्युषिताश्व सत्यरथ       पृथु   कृति अभिजित्        
94   विश्वसह २) उपगु                      
95   हिरण्यनाभ स्वागत                 जयद्रथ    
96   पुष्य सुवर्चस्       सुकृति     पुनर्वसु        
97   ध्रुवसंधि श्रुत                      
98   सुदर्शन सुश्रुत             आहुक देवमीढूष बृहद्रथ    
99   अग्निवर्ण जय                      
100   शीघ्र विजय     प्रतीप ब्रह्मदत्त              
101   मरु ऋत       विश्वक्सेन              
102   प्रसुश्रुत सुनुय     (ऋष्टिषेण) उदक्सेन              
103   (सु) संधि       शंतनु भल्लाट   उग्रायुध कार्ति उग्रसेन        
104   अमर्षण वीतहव्य दमघोष   भीष्म जनमेजय द्रोण क्षेम   शूर दृढरथ    
105   सहस्वत्     जरासंध विचित्रवीर्य द्रुपद   सुवीर          
106   विश्वसाह्व धृति शिशुपाल   (धृतराष्ट्र, पांडु)     नृपंजय     जनमेजय    
107   प्रसेनजित्             बृहद्रथ   वसुदेव अधिरथ    
108 इ. पू.
१४००
तक्षक बृहद्वल   सहदेव युधिष्ठिर       कंस   कर्ण    
109   बृहद्वल कृत किंवा कृती     अभिमन्यु धृष्टद्युम्न अश्वत्थामन्     कृष्ण वृषसेन   भारतीय युद्ध
110   बृहद्रण महावशिन्   सोमापि परिक्षित्                
111         श्रुतश्रवस जनमेजय         वज्र      
112   उरुक्रिय     अयुतायु शतानीक         अचल      
0 संभाव्य काल सू. इ.
(अयोध्या)
सू. निमि.
(मिथिला)
सू. दिष्ट.
(वैशाली)
सो. मगध. सो. कुरु. सो. अज.
(दक्षिण पांचाल)
सो. नील.
(उत्तर पांचाल)
सो. द्विमीढ. सो. यदु. सो. यदु. सो. अनु. सो. क्षत्र अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
0   सू. इ. सो. पूरु.   सो. मगध.                 अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
113   वत्सवृद्ध     निरमित्र                  
114   - -   सुनक्षत्र                  
115   प्रतिव्योमन्     बृहत्सेन                  
116                            
117   भानु     बृहत्कर्मन्                  
118   दिवाकर असीमकृष्ण   सेनाजित्                  
  वायु, ब्रह्मांड एवं मत्स्य पुराणों के रचनाकाल ये राजा राज्य करते थे ।
119   सहदेव निमिचक्र   सृतंजय                  
120   बृहदश्च उक्थ   विप्र                  
121   भानुमत् चित्ररथ   शुचि                  
122   प्रतीकाश्च कविरथ   क्षेम                  
123   सुप्रतीक वृष्टिमत्   निर्वृत्ति                  
124   मरुदेव सुषेण   सुव्रत                  
125   सुनक्षत्र सुनीथ   धर्मसूत्र                  
126   पुष्कर नृचक्षु   शम                  
127   अंतरिक्ष सखीनल   सुमति                  
128   सुतपस् परिप्लव   सुबल                  
129     सुनय   सुनीथ                  
130     मेधाविन   सत्यांजेत्                  
131     नृपंजय   विश्वजित्                  
132         पुरंजय                  
133         अवंती राजा                  
134   अमित्रजित् दुर्व   वीतिहोत्र                  
135   बृहद्राज     प्रद्योत                  
136     तिमि   पालक                  
137   बर्हि     विशाखयूप                  
138   कृतंजय     अजक                  
139     बृहद्रथ   नंदिवर्धन                  
140 ई. पू. ६४२ रणंजय     शिशुनाग                  
141     सुदास   काकवर्ण                  
142   संजय     क्षेमधर्मन्                  
143         क्षेत्रज्ञ                  
144   शाक्य शतानीक   विधिसार
(काण्वायन भूमिमित्र)
                महावीर
145   शुद्धोद                        
146 ई. पू.
४९१ - ४५९
लांगल
प्रसेनजित्
उदयन   अजातशत्रु                 गौतम बुद्ध
147                            
148   क्षुद्रक वहीनर   दर्भक                  
149   रणक दंडपाणी   अजय (उदय)                  
150   सुरथ निरमित्र   नंदिवर्धन                  
151   सुमित्र क्षेमक   महानंदि नंद                 सिकंदर
159 ई. पू.
३३० - ३२६
      सुमाल्यादि ८                  
160 ई. पू.
३२२ - १८५
      चंद्रगुप्त मौर्य                  
161     आंध्र   बिन्दुसार                  
162 ई. पू.
२३७
      अशोक ()                  
163 ई. पू.
२४०
  शिप्रक   सुयशस् (संपदि)                  
164 ई. पू.
२०६
  कृष्ण   दशरथ                 अँटिओक्स
(सीरिया और
बॅक्ट्रिया)
165         संगत                  
166         शालिशूक                  
167         सोमशर्मन्                  
168     श्रीमल्लकर्णि   शतधन्वन्                  
169     पूर्णोत्संग   बृहद्रथ                  
170 ई. पू.
१८४ - ७२
खारवेल जैन     पुष्यमित्र शुंग
शातकर्णि
                मिलिंद
(मिनॅन्डर)
ई. पू. १५०
171         अग्निमित्र                  
172         सुज्येष्ठ                  
173         वसुमित्र                  
174         आर्द्रक                  
175         पुलिंदक                  
176         घोषवसु                  
177     लंबोदर   वज्रामित्र                 कनिष्क
178     अपीतक   भागवत                 कुशान
179         देवभूति                 शक
180 ई. पू.
७३ - २७
  मेघस्वाति   वसुदेव काण्व                 कुशान साम्राज्य
(ई. स. ९० - २२०
ई. तक)
181     स्वाति   भूमित्र                  
182     स्कंधस्वाति   नारायण                  
183     मृगेन्द्र स्वातिकर्ण                      
184     कुन्तल स्वातिकर्ण   सुशर्मन्                  
185     स्वातिकर्ण                      
186     अरिक्तकर्ण
(नेमिकृष्ण)
                     
187     हाल                      
188     मंदुलक                      
0   सू. इ. सो. पूरु.   सो. मगध.                 अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
0
आंध्र शक सत्रप (उज्जैन)









अन्य राजा एवं
महत्त्वपूर्ण घटना
189   पुरींद्रसेन                        
190   सौम्य                        
191   ई. स.
८०
*सुंदरशांतिकर्ण चष्टण                      
192   चकोर स्वातिकर्ण                        
193   *शिवस्वाति                        
194   *गौतमीपुत्र                        
195   *पुलोमत् जयदामन्                      
196   *शातकर्णि रुद्रदामन्                      
197   *शिवश्री दामजदश्री                      
198   शिवस्कंध                        
199   *यज्ञश्री जमदामन्                      
200   विजय रुद्रसिंह                      
201   चंडश्री रुद्रसेन                      

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Last Updated : April 05, 2015

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