हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|अनुवादीत साहित्य|रामदासकृत हिन्दी मनके श्लोक|ज्ञानदशक मायोद्भवनाम| ज्ञानदशक मायोद्भवनाम ज्ञानदशक मायोद्भवनाम ॥ समास पहला - देवदर्शननाम ॥ ॥ समास पहला - देवदर्शननाम ॥ ॥ समास दूसरा - सूक्ष्मआशंकानाम ॥ ॥ समास तीसरा - सूक्ष्मआशंकानाम ॥ ॥ समास चौथा - सूक्ष्मपंचभूतनिरूपणनाम ॥ ॥ समास पांचवा - स्थूलपंचमहाभूत स्वरूपाकाशभेदो नाम ॥ ॥ समास छठवां - दुश्चितनिरूपणनाम ॥ ॥ समास सातवां - मोक्षलक्षणनाम ॥ ॥ समास आठवां - आत्मदर्शननाम ॥ ॥ समास नववां - सिद्धलक्षणनाम ॥ ॥ समास दसवां - शून्यत्वनिरसननाम ।! दशक आठवां - ज्ञानदशक मायोद्भवनाम 'ऐसी इसकी फलश्रुति' डॉ. श्री. नारायण विष्णु धर्माधिकारी कृत. Tags : hindimanache shlokramdasमनाचे श्लोकरामदासहिन्दी ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास पहला - देवदर्शननाम ॥ इस ग्रंथ के श्रवण से ही ‘श्रीमत’ और ‘लोकमत’ की पहचान मनुष्य को होगी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास पहला - देवदर्शननाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास दूसरा - सूक्ष्मआशंकानाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास तीसरा - सूक्ष्मआशंकानाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास चौथा - सूक्ष्मपंचभूतनिरूपणनाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास पांचवा - स्थूलपंचमहाभूत स्वरूपाकाशभेदो नाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास छठवां - दुश्चितनिरूपणनाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास सातवां - मोक्षलक्षणनाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास आठवां - आत्मदर्शननाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास नववां - सिद्धलक्षणनाम ॥ ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A ज्ञानदशक मायोद्भवनाम - ॥ समास दसवां - शून्यत्वनिरसननाम ।! ३५० वर्ष पूर्व मानव की अत्यंत हीन दीन अवस्था देख, उससे उसकी मुक्तता हो इस उदार हेतु से श्रीसमर्थ ने मानव को शिक्षा दी । Tags: रामदास, हिन्दी, hindi, manache shlok, ramdas, मनाचे श्लोक Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : November 26, 2023 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP