संस्कृत सूची|शास्त्रः|वास्तुशास्त्रः|विश्वकर्मप्रकाशः|चतुर्थोऽध्यायः| चतुर्थोऽध्यायः चतुर्थोऽध्यायः श्लोक १ ते २० श्लोक २१ ते ४० श्लोक ४१ ते ६२ विश्वकर्मप्रकाशः - चतुर्थोऽध्यायः देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । Tags : vastu shastravishwakarmaवास्तुशास्त्रविश्वकर्मा चतुर्थोऽध्यायः - श्लोक १ ते २० देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । Tags: विश्वकर्मा, वास्तुशास्त्र, vishwakarma, Vastu Shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A चतुर्थोऽध्यायः - श्लोक २१ ते ४० देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । Tags: विश्वकर्मा, वास्तुशास्त्र, vishwakarma, Vastu Shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A चतुर्थोऽध्यायः - श्लोक ४१ ते ६२ देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । Tags: विश्वकर्मा, वास्तुशास्त्र, vishwakarma, Vastu Shastra Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : January 20, 2012 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP